आने वाले 2024 आम चुनाव की तैयारी को लेकर राष्ट्रीय जनता दल ने अपने सदस्यता अभियान से जुड़े दस्तावेजों को सूक्ष्मता से खंगालना शुरू कर दिया है। जिलाें से लौटे सदस्यता अभियान के प्रपत्रों को खंगालने का जिम्मा पार्टी ने अपने नौ महासचिवों को दिया है। इस क्रम में कई जगहों से गड़बड़ी के ऐसे मामले आने शुरू हुए हैं जिनमें सदस्यता अभियान से जुड़े प्रपत्र में नाम किसी और का है और मोबाइल नंबर किसी और का। यानी जिस व्यक्ति को सदस्य बनाया गया है, वह कौन है यह स्पष्ट ही नहीं हो पा रहा है। सदस्यता अभियान के तहत एक करोड़ सात लाख सदस्य बनाए गए हैं।
राजद के सदस्यता अभियान के तहत यह व्यवस्था की गयी थी कि जिसे सदस्य बनाया जाए उसका मोबाइल नंबर भी सदस्यता अभियान से जुड़े प्रपत्र पर डाला जाए। इसके पीछे यह उद्देश्य था कि जिस व्यक्ति को सदस्य बनाया गया है उससे पार्टी के पदाधिकारी जब चाहें बात कर सकें और उन्हें पार्टी से जुड़े निर्णयों के बारे गाहे-बगाहे बताया जा सके। सदस्यता अभियान से जुड़े जो प्रपत्र जिलों से लौटे हैं, उनमें नाम किसी और का है और मोबाइल नंबर किसी और का डाला हुआ है।
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