फर्रूखाबाद केस : काल के गाल से कैसे बची 21 मासूमों की जिंदगी, पढ़िये पल-पल का अपडेट…

उत्तर प्रदेश से अपराध का एक ऐसा वाक्या सामने आया है जिससे जानकर आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे। वारदात यूपी के फर्रूखाबाद जिले के करथिया गांव का है, जहां तकरीबन 11 घंटे तक गोलियों और देसी बम की आवाज गुंजती रही।

 

आइये देखते हैं पूरा घटनाक्रम…

  • मोहम्मदाबाद थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले करथिया में सुभाष नाम के शख्स ने जन्मदिन मनाने के नाम पर 21 बच्चों को दोपहर के वक्त बंधक बना लिया था।
  • सुभाष से उसके दोस्त ने बातचीत करने की कोशिश भी की थी लेकिन उसने बात करने आए शख्स पर ही फायर झोंक दिया, जिसकी वजह से गांव का रहने वाला वह शख्स जख्मी हो गया।
  • सुभाष बाथम ने घर पर दोपहर 2 बजे बर्थडे पार्टी में बच्चों को बुलाया
  • 4 बजे बाथम के घर पर आयोजित बर्थडे पार्टी में बच्चे पहुंचे
  • शाम 5 बजे सुभाष ने छत पर पहुंचकर बताया कि उसने बच्चों को बंधक बना लिया है
  • तकरीबन साढ़े पांच बजे गांव वालों ने एक व्यक्ति को सुभाष से बात करने भेजा लेकिन बदमाश ने उसके पैर में गोली मार दी। इसी बीच पुलिस को सूचना दी गई। 30 मिनट बाद पुलिस फोर्स पहुंची।

6 बजे पुलिस ने सुभाष से बातचीत शुरू की। इस बीच आरोपी ने फायरिंग की, जिसमें 2 पुलिसकर्मी घायल हो गये जिसमें मुहमदबाद के एसएचओ को भी चोट आयी। इसके बाद आरोपी ने घर के अंदर से तार के जरिए हथगोला (लो रेडिएंट बम) फेंका। जिससे घर का बाहरी दीवार गिरने के कारण एसएचओ घायल हो गये।
मामले को शांत न होता देश लगभग साढ़े 6 बजे डीएम-एसपी मौके पर पहुंचे, लेकिन आरोपी स्थानीय विधायक को मौके पर बुलाने की मांग कर रहा था, और फायरिंग करता रहा।

मामले की गंभीरता को देखते हुए डीजीपी ने एटीएस टीम को मौके पर पहुंचने का आदेश दिया साथ हीं एनएसजी से भी संपर्क किया गया। स्थिति किसी भी तरह नियंत्रण में करने के लिए यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तमाम आलाधिकारियों के साथ बैठक बुलाई। इसके बाद रात के लगभग साढ़े 9 बजे एटीएस की टीम ने घर को घेर लिया। एटीएस की टीम के साथ लोकल पुलिस बल भी रेस्क्यू ऑपरेशन में साथ दे रहे थे। इस बीच आरोपी रात के लगभग 11 बजे एक छोटे बच्चे को अपनी पत्नी के हाथों एक पत्र के साथ बाहर भेजा, जिसमें उसने घर में शौचालय नहीं मिलने की बात कही।

बातों में फंसाकर सुभाष का खात्मा

रात के बारह बज गये थे। तभी कुछ लोगों ने सुभाष को अपनी बातों में फंसाया, तभी टीम दरवाजे से अंदर दाखिल हुई। इसी दौरान सुभाष मारा गया। इस दौरान उसकी पत्नी भी घायल हो गयी, जिसे इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया लेकिन डॉक्टरों ने उसे भी मृत घोषित कर दिया। सुभाष की एक साल की बच्ची है, जिसे स्थानीय प्रशासन ने सुरक्षित जगह पहुंचा दिया है। और इसी के साथ हीं रात के एक बजे यह ऑपरेशन खत्म हुआ।