दुनिया सहित भारत में कोरोना वायरस का प्रभाव थमने का नाम नहीं ले रहा है। भारत में कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या लगभग दो सौ हो चुकी है। वहीं अब तक 4 लोगों की मौत भी हो चुकी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जनता कर्फ्यू का आह्वान किया है। ऐसे में शिफ्ट इंडिया ने पटना के कुछ खास लोगों से बात की, और जाना कि वो इस संकट की घड़ी में किस तरह की पहल कर रहे हैं।
दूसरे राज्यों से आये व्यक्ति से दूर रहें
CII बिहार के चेयरमैन बिनोद खेरिया ने स्थानीय लोगों से अपील है कि दूसरे राज्यों, जहां कोरोना वायरस फैला हुआ है, वहां से आने वाले व्यक्तियों से दूर रहें। साथ हीं दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों के बारे में यह भी स्पष्ट कर लें कि वह कोरोना पॉजिटिव नहीं है।
उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में लोग अब बिहार वापस आने के लिए ट्रेन और अन्य परिवहन प्रणाली को पकड़ रहे हैं और अपना प्रदेश लौट रहे हैं। ऐसे में सतर्क रहना काफी जरूरी है।
कोरोना का डटकर मुकाबला करने का वक्त-प्रो. शाण्डिल्य
वहीं कॉलेज ऑफ कॉमर्स, आर्टस एंड साइंस के प्रधानाचार्ज तपन कुमार शाण्डिल्य ने कहा कि आज पूरा विश्व कोरोना वायरस से ग्रस्त है। भारत भी इसकी चपेट में आ चुका है। इस समय हमारा दायित्व बनता है कि हम सभी इसका डटकर मुकाबला करें, इससे डरे नहीं।उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के द्वारा आह्वान किए गये ‘जनता कर्फ्यू’ का समर्थन करने की भी अपील की। उन्होंने कहा कि इस महामारी से न तो भयाक्रांत होने की आवश्यकता है और न ही लापरवाह । इस रोग से बचाव करने के लिए उपाय आपको पहले ही पता चल गए हैं। उन का कठोरता से पालन करें ।
इस महीने तक के लिए लॉकडाउन जरूरी-शशि शर्मा
इस मामले पर मगध महिला कॉलेज की प्राचार्या प्रो. शशि शर्मा ने शिफ्ट इंडिया को बताया कि देश आज जिस दौर से गुजर रहा है, उसमें सर्तकता बहुत जरूरी है। हमारी ओर से भी कोरोना वायरस को लेकर लगातार जागरूकता फैलाई जा रही है। छात्राओं और गेस्ट फैकल्टीज के लिए जहां 31 मार्च तक छुट्टी कर दी गयी है, वहीं जो शिक्षक और कर्मचारी जो कॉलेज आ रहे हैं, उनके लिए सैनिटाइजर और मास्क की व्यवस्था की गयी है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने जो घोषणा की है, कि 60 वर्ष से उपर के लोग घर से बाहर न निकलें, लेकिन अब जरूरत है कम से कम इस महीने तक के लिए राज्य को लॉकडाउन कर दिया जाए। इससे कोरोना वायरस की चेन टूटने में मदद मिलेगी।
कोरोना से लड़ने के लिए पटना नगर निगम मुस्तैद-सीता साहू
पटना मेयर सीता साहू का कहना है कि पूरी दुनिया के लिए आज का दौर काफी मुश्किल भरा दौर है। कोरोना वायरस से पूरी दुनिया में त्राहिमाम मचा है। भारत में भी इसके मरीजों की संख्या बढ़ रही है। बिहार में अब तक कोरोना के पोजेटिव मरीज नहीं मिले हैं पर हमें सचेत रहने की जरूरत है। राजधानी होने के कारण पटना में देश भर के लोगों की आवाजाही होती है। ऐसे में पटना नगर निगम ने शहर की साफ- सफाई की विशेष व्यवस्था की है।
सड़कों , गलियों , मुहल्लों में नालों के आसपास और सड़क के किनारे सफाई के साथ ही व्लीचिंग पाउडर का छिड़काव किया जा रहा है। ऐसे में पटना वासियों से अपील है कि वे इससे डरें नहीं बल्कि डटकर सामना करें। पटना नगर निगम लगातार इस संकट की घड़ी में पटनावासियों के साथ खड़ी है।
डरनें की ज़रूरत नहीं है सचेत रहनें, ऐहतियात बर्तनों की ज़रूरत है
कोरोना वायरस जैसे महामारी से निबटनें के लिये कॉंग्रेस व्यवस्था के साथ है। जन स्वास्थ्य के मुद्दे पर कॉंग्रेस को कोई राजनीति नहीं करनी है। हम ताली भी बजायेंगे और हम थाली भी बजायेंगे। यह एक भयावह स्थिति है, ख़ास कर बिहार जैसे राज्यों के लिये जहां आबादी का घनत्व बहुत अधिक है। इससे डरनें की ज़रूरत नहीं है सचेत रहनें की ज़रूरत है, ऐहतियात बर्तनों की ज़रूरत है।
सरकार को स्वास्थ्य संरचानाओं का तत्काल विस्तार करना होगा। चाहे वह अतिरिक्त बेड हो या दवाई या डाक्टरों की सुविधा या फिर चिकित्सा के उपकरण।
सरकार को लचीला होना पड़ेगा, आश्वयक सेवा जैसे अस्पताल, पुलिस,जन वितरण प्रणाली आदि को छोड़ सभी कर्मचारी को घर से ही काम करनें का आदेश देना चाहिये।
ज़रूरतमंदों को तुरंत मदद मिले, इसमें स्वयंसेवी संस्थानों की भी मदद लेनी चाहिये।
सरकार को सरकार को वित्तीय पैकेज की घोषणा तुरंत घोषणा करनी चाहिये। इनकम टैक्स, जी एस टी, गैस एवं बिजली बिल,बैंकों के इ एम आई को कुछ समय के लिये स्थगित कर देना चाहिये।
लॉक डाउन की स्थिति बन रही है, इसके लिये पूरी तैयारी की जरुरत है, हम इस महामारी से साथ मिलकर लडेगें और भारत से खदेड़ कर रहेंगे।बस संयम और साहस की ज़रूरत है।खुद सुरक्षित रहें और समाज को सुरक्षित रखें, अगर बहुत आवश्यक हो तभी घर से बाहर निकलें।
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