
दीपावली हिन्दुओं का प्रमुख पर्व है….और दो दिन पहले धनतेरस मनाया जाता है…. इस साल धनतेरस का पर्व 10 नवंबर को है। धनतेरस के दिन पारंपरिक तौर पर मां लक्ष्मी, कुबेर देव और भगवान धन्वंतरि पूजा की जाती है। धनतेरस के दिन लोग अपने घरों की सफाई करते हैं और अच्छे से सजाते हैं। साथ ही धन और धन-संपत्ति में वृद्धि के लिए इस दिन घरों में विशेष पूजा-आराधना की जाती है। धनतेरस के दिन विशेष रूप से लोग सोने और चांदी के आभूषण, मूर्तियां या अन्य वस्तुओं की खरीददारी करते हैं, क्योंकि इसे धन की वृद्धि के लिए शुभ माना जाता है।
सोने,चांदी के आभूषण और धातु के बर्तन खरीदने की परंपरा
आज से ही दीपोत्सव की शुरुआत हो चुकी है। धनतेरस के दिन सोने,चांदी के आभूषण और धातु के बर्तन खरीदने की परंपरा है। कार्तिक मास की त्रयोदशी तिथि 10 नवंबर 2023 दोपहर 12 बजकर 35 मिनट से शुरू हो रही है। इस तिथि का समापन अगले दिन 11 नवंबर की दोपहर 01 बजकर 57 मिनट पर होगा। धनतेरस की पूजा प्रदोष काल में होती है, इसलिए धनतेरस 10 नवंबर यानी आज ही मनाई जा रही है…
- धनतेरस पर दोपहर 12:56 से 2:06 बजे तक शुभकर्तरी, वरिष्ठ, प्रीति, सरल, सुमुख व अमृत योग बन रहा है।
- शाम को 4:16 से 5:26 बजे तक खरीदारी का शुभ मुहूर्त रहेगा।
वैसे तो इस दिन खरीदारी का बड़ा महत्व है, लेकिन शास्त्रों में कुछ ऐसी चीजों के बारे में बताया गया है, जिन्हें धनतेरस के दिन नहीं खरीदना चाहिए
लोहा
धनतेरस के दिन लोहा या लोहे से बनी वस्तुएं घर लाना शुभ नहीं माना जाता है। ज्योतिष के अनुसार यदि आप धनतेरस के दिन लोहे से बनी कोई भी वस्तु घर लाते हैं, तो घर में दुर्भाग्य का प्रवेश हो जाता है और ये शुभ फल नहीं देता है..
एल्युमिनियम या स्टील
धनतेरस पर एल्युमिनियम या स्टील की वस्तुएं न खरीदें। मान्यता है कि स्टील या एल्युमिनियम से बने बर्तन या अन्य कोई सामान खरीदने से मां लक्ष्मी रूठ जाती हैं और घर में दरिद्रता का वास होता है।
प्लास्टिक
धनतेरस के दिन प्लास्टिक की वस्तुएं भी नहीं खरीदनी चाहिए। ज्योतिष के अनुसार यदि आप धनतेरस के दिन घर में कोई भी प्लास्टिक की चीज लेकर आएंगे तो इससे धन के स्थायित्व और बरकत में कमी आ सकती है।
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