बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में शनिवार को स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक संपन्न हुई। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कोरोना जांच, टीकाकरण और बच्चों में फैल रहे वायरल बुखार से बचाव को लेकर अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
- लोकसभा चुनाव के पहले चरण के 21 राज्यों की 102 सीटों पर थम गया प्रचार का शोर, कल होगा मतदान; तय होगा 1625 उम्मीदवारों का सियासी भाग्य
- लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा ने जारी किया एक और सूची; रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग से नारायण राणे को टिकट
- शिल्पा शेट्टी और राज कुंद्रा पर ED की बड़ी कार्रवाई, पुणे स्थित बंगले समेत 98 करोड़ की संपत्ति अटैच
- दुबई के बाद ईरान में भी बदला मौसम का मिजाज, दिल्ली समेत इन इलाकों में अगले चार दिनों तक बारिश का अनुमान
- तेजस्वी की सभा में चिराग को गाली देना पड़ा महंगा, NDA के नेता चुनाव आयोग से की शिकायत
उन्होंने कहा कि शहरी क्षेत्रों में जिनका टीकाकरण बचा हुआ है, उनका जल्द से जल्द टीकाकरण कराएं। ग्रामीण क्षेत्रों में भी विशेष अभियान चलाकर टीकाकरण का काम तेजी से पूरा करें।
लोगों को सचेत और जागरूक करते रहें
उन्होंने कहा, ” खासकर मुंबई, केरल और तमिलनाडु से आने वाले लोगों की कोरोना जांच जरूर कराएं। रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर बाहर से आने वालों पर विशेष नजर रखें। इन जगहों पर कोरोना जांच की व्यवस्था रखें। टीकाकरण कोरोना से बचाव का कारगर उपाय है। इसके साथ ही कोरोना की जांच भी उतना ही महत्वपूर्ण है। कोरोना जांच की संख्या और बढ़ाएं। इसे रोजाना दो लाख तक ले जाएं. लोग मास्क का प्रयोग जरूर करें। ये कोरोना संक्रमण से बचाव के साथ-साथ अन्य वायरल बीमारियों से बचाव में भी उपयोगी है. माइकिंग के माध्यम से प्रचार-प्रसार कर लोगों को सचेत और जागरूक करते रहें।”
अस्पतालों में दवा की पर्याप्त उपलब्धता रखें
मुख्यमंत्री ने कहा कि बच्चों में वायरल बुखार को लेकर अलर्ट और एक्टिव रहें। वायरल बुखार के लक्षणों पर भी नजर बनाये रखें. बच्चों के इलाज में किसी प्रकार की कोताही नहीं हो। अस्पतालों में दवा की पर्याप्त उपलब्धता रखें। उन्होंने कहा कि वायरल बुखार को लेकर विभाग द्वारा उठाये जा रहे कदमों के संबंध में मीडिया के माध्यम से लोगों को जानकारी दें।
You must be logged in to post a comment.