
बिहार में बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड (BSEB) की मैट्रिक की परीक्षा का आज तीसरा दिन है। आज दूसरी पाली में सामाजिक विज्ञान विषय का परीक्षा हो रहा। भोजपुर में परीक्षार्थियों द्वारा मोबाइल पर वायरल प्रश्न पत्र के आधार पर सेंटरों के बाहर छोटे-छोटे कागजों में चिट-पुर्जा तैयार करते देखा गया। तो वहीं, कई छात्रों ने चिट को जूता-चप्पल और धागा से पैर में बांध लिया।
हालांकि चिट (नकल पर्चा) तैयार करने में दर्जनों परीक्षार्थी सेंटर पर लेट से पहुंचे। लेकिन इसके बावजूद उन्हें एंट्री मिल गई। तस्वीर में देखा जा सकता है कि किस तरीके से परीक्षार्थी बिना डर-भय के चिट तैयार कर रहे। वहीं, महाराजा कॉलेज के परीक्षा देने आए एक छात्र बिना नाम छापे के शर्त पर बताया की पूरे एक साल में ग्रामीणों क्षेत्रों स्कूल में पढ़ाई नहीं हुई। ना ही ट्यूशन पढ़ने के लिए हम लोगों के पास उतने पैसे है। जैसे–तैसे पढ़ाई की है ।
वायरल प्रश्न पत्र के सवाल पर छात्र का जवाब
परीक्षार्थी ने कहा की कभी–कभी मोबाइल पर फ्री में पेपर आ जाता, लेकिन कभी कभी 200 रूपए भी चुकाना पड़ता है। उसने कहा कि मुझे नहीं पता कहा से आता है। लेकिन समय से एक घंटे पहले पेपर आ जाता है। कभी पेपर गलत भी हो जाता तो कभी-कभी लड़ भी जाता है। छात्र ने कहा कि ऑब्जेक्टिव पेपर का आंसर (जवाब) हाथ से लिखा हुआ मिलता, फिर फोन पर लिखवाया जाता।
भोजपुर में 37 केंद्रों पर 47196 परीक्षार्थी हुए शामिल
भोजपुर जिले में 37 केंद्रों पर 47 हजार 196 परीक्षार्थी परीक्षा दें रहे है। पीरो और जगदीशपुर अनुमंडल में केवल छात्राओं के लिए परीक्षा केंद्र बनाये गए है। परीक्षा दो पालियों में संचालित होगी । गाइडलाइन को देखते हुए परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा को स्वच्छ, निष्पक्ष एवं कदाचार मुक्त वातावरण में संपन्न कराने के लिए स्टैटिक दंडाधिकारी सह प्रेक्षक, जोनल दंडाधिकारी सह गश्ती दल एवं पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति की गयी है ।
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