
बिहार में अफसरशाही का नजारा कई बार देखने को मिलता है। इसको लेकर विपक्षी दलों के तरफ से यह सवाल भी किया जाता है कि, नीतीश कुमार की सरकार में अधिकारी के ही इशारों पर निर्णय लिया जता है। ऐसे में इन तमाम चर्चायों के बीच एक अहम जानकारी निकल कर सामने आई है। राज्य के एक IAS अधिकारी ने एक फोर्थ ग्रेड कर्मी को मोबाइल पर बात करने के ममाले में सजा सुनाते हुए सस्पेंड कर किशनगंज भेज दिया गया था। अब इस IAS अधिकारी के आदेश पर रोक लगा दिया गया है।
उद्योग विभाग के फोर्थ ग्रेड के सरकारी कर्मचारी रवि कुमार को विभाग के सचिव संदीप पौंड्रिक ने सस्पेंड कर दिया गया था। ग्रुप डी कर्मी की गलती महज इतनी है कि वो विभाग के सचिव के सामने फोन पर बात कर रहा था। इससे सचिव इस कदर नाराज हो गए कि कर्मचारी को पटना से सीधे बिहार की सीमा पर स्थित किशनगंज भेज दिया।
अब इस मामले में सामान्य प्रशासन विभाग ने बड़ा आदेश जारी किया है। इस आदेश में यह कहा गया है कि, चूंकि चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी अल्प वेतन भोगी हैं। ऐसे में इन लोगों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर स्थानान्तरण करने से काफी असुविधा होती है। नए स्थान पर इनके सामने आवास की भी कठिन समस्या आ जाती है। इन लोगों को विशेष प्रशासनिक कारणों को छोड़कर पद समाप्त होने तक एक स्थान से दूसरे स्थान पर स्थानान्तरण नहीं किया जाए।
इसके साथ ही आदेश में यह भी साफ़ तौर पर कहा गया है कि,यदि चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी वे सचिवालय में कार्यरत हैं तो वे सचिवालय में ही काम करेंगे। यही स्थिति विभिन्न अनुमंडल तथा प्रखंड में कार्यरत चतुर्थवर्गीय कर्मचारियों पर भी लागू होगी। लेकिन, स्वास्थ्य अथवा मनोवांछित आधार पर स्थानान्तरण की कार्रवाई उनके आवेदन पर की जा सकेगी।
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