पर्यावरण दिवस के अवसर पर हमारी गौरैया और पर्यावरण योद्धा का जागरूकता अभियान रहा सफल, कार्यक्रम के प्रति युवाओं का बढ़ा आकर्षण…….



हमारी गौरैया और पर्यावरण योद्धा,पटना बिहार की ओर से कल दिनांक 05.06.2022 को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर परविभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। सुबह पटना के गाँधी मैदान में पर्यावरण और गौरैया संरक्षण को लेकर प्रदर्शनी आयोजित कर लोगों को जागरूक करने का कार्य किया।


उसके बाद पर्यावरण योद्धा के द्वारा हरा नारियल के बेकार खोल में पौधा लगा कर पौधे को लोगों के बीच निःशुल्क वितरित किया। साथ ही लोगों से प्लास्टिक सहित पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वाले तत्वों को ना कहने और पर्यावरण को बचाने की अपील की गयी। प्रदर्शनी के दौरान गौरैया एवं अन्य पक्षियों के लिए कृत्रिम घोसला का भी वितरण किया गया।


मौके पर लोगों के साथ पर्यावरण को बचाने की मुहिम में जुड़ने का संकल्पना लिया गया। साथ ही संजय कुमार, निशांत रंजन, डॉ विवेक कुमार, निशान्धिता राज, चंदन कुमार, प्रवीण कुमार, प्रियदर्श कुमार, शानू राज, अमित कुमार आदि ने लोगों को पर्यावरण एवं गौरैया संरक्षण के बारे में जानकारी दी।


बाद में हमारी ‘गौरैया और पर्यावरण योद्धा’ के द्वारा पर्यावरण दिवस के अवसर पर “पर्यावरण को उसके अपरिवर्तनीय विनाशकारी चरण तक पहुँचने से कैसे रोकें और उसकी रक्षा कैसे करें?” विषय पर वेबिनार का आयोजन किया। इसमें मुख्यवक्ता के रूप में पर्यावरणविद मुन्ना कुमार सिंह,पीआईबी के सहायक निर्देशक संजय कुमार, आयकर अधिकारी व पर्यावरणविद राजू कुमार दत्ता, तथा वरीय पत्रकार अमित कुमार ने पर्यावरण संरक्षण पर विस्तार से प्रकाश डाला।


मुन्ना कुमार सिंह ने कहा कि आज मनुष्य ने जो पर्यावरण को नष्ट कर दिया है, इसको वापस सुधार पाना, अभी के समय मे संभव नहीं हैं। इसके सुधार के लिए हमें पुनः पुरातन व्यवस्था की ओर बढ़ना होगा। हमलोगों फ़्रिज और एसी जैसे साधनों के बिना, जीवन की कल्पना भी नहीं कर पाते है, जबकि इससे अजोन परत लगातार टूट रहा हैं। हमसब कोविड के समय हजारों रुपये ऑक्सीजन खरीदने में लगा चुके हैं,लेकिन ऑक्सीजन देने के लिए पीपल का पौधा लगाने के लिए तैयार नहीं हैं।


मौके पर संजय कुमार ने कहा कि पर्यावरण में हमारे आसपास की सभी चीजें आती हैं, इसको बचाने के लिए हमें अपने व्यवहार में परिवर्तन करना होगा। उन्होंने कहा कि पर्यावरण प्रदूषण के घटकों को ना कहना सीखना होगा। वरना तस्वीर अभी धुंधली है कल दिखनी बंद हो जायेगी।
वहीं,राजू कुमार दत्ता ने कहा कि दिल्ली जैसे शहरों में लोग जरूरत से ज्यादा गाड़ी खरीदते हैं। यहां जितने लोग नहीं उतनी सड़कों में गाडियां दिख जाती हैं। पर्यावरण को बचाना है तो अति से बचना होगा।उन्होंने कहा कि हम मानव लोग बड़े ही भावनात्मक होते हैं। हम मानव हर खास दिन जैसे जन्मदिन हो, एनिवर्सरी हो, जैसे शुभ दिन पर एक पेड़ लगाएं और उनका देखभाल करें जब तक की वो खुद जमीन से पोषण लेने में सक्षम न बने तब तक।


अमित कुमार ने अपनी बातों में कई समस्यों को उजागर करते हुए कई समस्यों का हल भी बताया। कहा कि आज के दिन जब सरकार पेड़ों को विकास के नाम पर काटती है और कहती है कि हम इसके बदले कहीं और पेड़ लगाएंगे। जबकि जमीनी धरातल पर यह सिर्फ कहने की बात है। दूसरी समस्या में उन्होंने बनते हुए सड़क के किनारे बसे पेड़ को सीमेंट से घेरने से पेड़ को पोषण न मिलने की बात कही। वेबिनार को अन्य लोगों ने भी संबोधित किया। अंत में पर्यावरण दिवस पर कराये गए विभिन प्रतियोगिताओं के विजेताओं के नाम की घोषणा की गई। वेबिनार का संचालन निशांत रंजन ने किया।