नागरिकता कानून के खिलाफ देशभर में हो रहे हिंसा को लेकर कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. दिल्ली में चार दिनों तक चली हिंसा को लेकर कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी की अगुआई में एक प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की. कांग्रेस की ओर से राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिलने वाले प्रतिनिधिमंडल में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के अलावा आनंद शर्मा, मल्लिकार्जुन खड़गे, पी. चिदंबरम शामिल रहे. इस बैठक के बाद पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने दिल्ली में हुई हिंसा को राष्ट्र के लिए शर्मनाक बताया. उन्होंने केंद्र सरकार से राजधर्म का पालन करने की अपील की.
केंद्र सरकार की लापरवाही उजागर
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि दिल्ली हिंसा के मसले पर हमने राष्ट्रपति से मुलाकात की. उन्होंने कहा कि चार दिनों से दिल्ली के उतर पूर्वी इलाकों में जो हिंसा हुई वह बेहद शर्मनाक है. इससे साफ जाहिर होता है कि केंद्र सरकार ने इस मामले पर लापरवाही बरती है. मनमोहन सिंह बोले कि हमने राष्ट्रपति जी से कहा कि वो अपनी ताकत का इस्तेमाल करें, केंद्र सरकार से बात करें और राजधर्म की रक्षा करने को कहें.
सोनिया ने फिर मांगा अमित शाह का इस्तीफा
दिल्ली हिंसा के मसले पर कांग्रेस मोदी सरकार पर हमलावर है और खुद सोनिया गांधी इसकी अगुवाई कर रही हैं. बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद आज फिर सोनिया ने मीडिया से बात की. सोनिया ने केंद्र सरकार और दिल्ली सरकार पर निशाना साधा और कहा कि हिंसा के दौरान दोनों सरकारें मूकदर्शक बनी रहीं. सोनिया गांधी ने भी कहा कि हमने राष्ट्रपति से अपील की है कि कानून की रक्षा की जिम्मेदारी आपकी है, ऐसे में आप केंद्र सरकार को राजधर्म याद दिलाएं.
Congress delegation led by Congress President Smt. Sonia Gandhi & Former PM Dr. Manmohan Singh meet with the Honourable President of India, to present a memorandum on the Delhi violence. pic.twitter.com/jAzyh0fEvy
— Congress (@INCIndia) February 27, 2020
You must be logged in to post a comment.