भाजपा ने तेजस्वी पर बोला हमला, बिहार में आज जो भी स्वास्थ्य व्यवस्था खड़ा है वह एनडीए सरकार की देन

भाजपा ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर हमला बोला है. भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अरविन्द कुमार सिंह ने कहा है कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव जी आज बिहार में जो भी स्वास्थ्य व्यवस्था खड़ा देख रहे हैं चाहे अस्पतालों मे बेड हो आधुनिक मशीनें और जांच यंत्र हो या नरस तथा डॉक्टर हो यह सब एनडीए सरकार की देन है।

हर पंचायतों में चिकित्सा की व्यवस्था

पीएमसीएच आईजीएमएस एनएमसीएच पटना एम्स और बिहार में हर डिस्ट्रिक्ट हर पंचायतों में चिकित्सा की व्यवस्था की गई है, इन अस्पतालों की चिकित्सा कैपेसिटी भी बढ़ाई गई है।वैश्विक महामारी कोरोना विश्व में जितने भी बड़े देश हैं उनके लिए एक चैलेंज के रूप में आया है, अपना देश भारत जनसंख्या की दृष्टि से विश्व में दूसरा स्थान रखता है अपना प्रदेश बिहार की भी जनसंख्या और प्रदेशों की तुलना में बहुत बड़ा है, फिर भी सरकार पूरे मनोबल से जनता के स्वास्थ्य सेवा, बाढ़ राहत जैसे प्राकृतिक आपदा में जूझ रहे लोगों के बीच में सेवा भाव से काम कर रहा है।

राजद के शासन में अस्पताल की हालत काफी बदतर थी

उन्होंने  कहा कि जब आपके बड़े भाई  तेज प्रताप यादव बिहार के स्वास्थ्य मंत्री थे तो उस समय की अस्पतालों की स्थिति जो नारकीय बना दिए थे, जितने डॉक्टर और नर्स उनके व्यवहार से त्रस्त थे, तो दुसरे तरफ आधुनिक मशीनों में जंग लग गया था उस जंग को छुड़ाने का काम भी मा स्वास्थ मंत्री श्री मंगल पांडे जी कर रहे हैं,
और बिहार की अस्पतालों का जो दुर्दशा आपके मां पिताजी के शासनकाल में जो कर करके छोड़ा था,
उस दुर्दशा को ठीक करते हुए वैश्विक महामारी कोरोना से आज बिहार सरकार लड़ाई लड़ रहा है ।

अस्पतालों को आधुनिक बना करके उसकी बेड और जांच कैपेसिटी को बढ़ा करके यह कोरोना जैसे महामारी में स्वास्थ्य कर्मियों का स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए बिहार की सेवा में रात-दिन तत्पर है.

बाढ़ राहत के लिए हेलीकॉप्टर से राहत सामग्री का वितरण

श्री सिंह ने कहां बाढ़ बिहार के लिए एक स्थाई विभीषिका बन चुका है, बाढ़ राहत के लिए हेलीकॉप्टर से राहत सामग्री का वितरण नावों की व्यवस्था आज सारे सरकारी कर्मचारी बाढ़ से बचाव कार्य के लिए तन मन से लगे हुए हैं उसके बीच में कोरोना जैसे संकट से भी वह लड़ रहे हैं फिर भी आप उनके मनोबल को न बढ़ा करके, आप नेता प्रतिपक्ष होते हुए उनके मनोबल को तोड़ने का काम चुनावी लालच में कर रहे हैं।