देश के किस राज्य में मिला सोने का भंडार ? सोने को बेचने के लिए ई-नीलामी प्रक्रिया हुई शुरू

 

उतर प्रदेश में सोने का भंडार मिलने से योगी सरकार मालामाल हो गई है. उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में 3,000 टन सोना मिला है. यह सोना जमीन के अंदर दबा हुआ है. राज्य के खानिज विभाग ने सोने का पता लगाया है. जल्द ही इस सोने को निकालने का काम शुरू कर दिया जाएगा. जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया की टीम पिछले 15 साल से यहां काम कर रही थी. जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया की टीम ने 8 साल ही पहले जमीन के अंदर सोना होने की पुष्टि कर दी थी. यूपी सरकार ने अब तेजी दिखाते हुए सोने को बेचने के लिए ई-नीलामी प्रक्रिया शुरू कर दी है.

वर्ष 2012 में सोने का भंडार होने का किया था दावा

गौरतलब है कि जीएसआई की टीम ने वर्ष 2005 से सोने की तलाश के लिए काम कर रही थी. टीम ने गहन अध्ययन करने के बाद सोनभद्र में सोना होने का दावा वर्ष 2012 में पुष्टि भी कर दी थी. टीम ने बताया था कि सोनभद्र की पहाड़ियों में सोना मौजूद है. जीएसआई के अनुसार हरदी क्षेत्र में 646.15 किलोग्राम सोने का भंडार है वही सोन पहाड़ी में 2943.25 टन सोने का भंडार है.

ई-टेंडरिंग से नीलामी के लिए टीम गठित

वहीं जीएसआई की रिपोर्ट के बाद यूपी सरकार ने तेजी दिखाते हुए सोने के ब्लॉक के आवंटन के संबंध में प्रक्रिया शुरू कर दी है. सोनभद्र के कोन क्षेत्र के हरदी गांव में और महुली क्षेत्र के सोन पहाड़ी में सोने का एक बड़ा भंडार मिलने की पुष्टि हो चुकी है. सोने के भंडार होने पर ई-टेंडरिंग के माध्यम से ब्लॉकों के नीलामी के लिए शासन ने सात सदस्यीय टीम भी गठित कर दी है. यह टीम पूरे क्षेत्र की जिओ टैगिंग करेगी और 22 फरवरी, 2020 तक अपनी रिपोर्ट भूतत्व एवं खनिकर्म निदेशालय लखनऊ को सौंप देगी.

लौह अयस्क का भी मिला भंडार

जीएसआई की टीम ने सोना के साथ साथ सोनभद्र के फुलवार क्षेत्र में दो स्थानों- सलैयाडीह क्षेत्र में एडालुसाइट, पटवध क्षेत्र में पोटाश, भरहरी में लौह अयस्क और छपिया ब्लाक में सिलीमैनाइट के भंडार की भी खोज की गई है.