दिल्ली के बॉर्डर पर किसानों का आंदोलन जारी है. किसान आंदोलन के भविष्य को लेकर सिंधु बॉर्डर पर एक बैठक बुलाया गया है. किसानों ने 14 दिसंबर को जिला कलेक्टर ऑफिस के बाहर धरना प्रदर्शन की योजना बनाई है. इन तमाम मुद्दों को लेकर शाम की बैठक में बातचीत की जाएगी.
माओवादियों की घुसपैठ के बयान पर गरमाई सियासत
वहीं किसान आंदोलन में माओवादियों की घुसपैठ के बयानों पर राजनीति गरमा गई है। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने आंदोलन के माओवादियों और वामपंथियों के हाथों में चले जाने की बात कही थी। इस पर किसान संगठनों ने कहा कि अगर ऐसा है तो केंद्र उन लोगों को सलाखों के पीछे डाल दे।
आंदोलन के गलत दिशा में जाने से सरकार चिंतित
उधर केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि किसानों को समझना चाहिए कि उनके आंदोलन से लोगों को परेशानी हो रही है। उन्होंने कहा कि वे किसान संगठनों से मिले लेकिन उनमें कुछ वामपंथी भी थे। ये उन्हें बाद में पता चला। इनमें उगराहां हैं, हन्नान मुल्ला हैं। किसान आंदोलन के गलत दिशा में जाने से सरकार चिंतित है।
पीयूष गोयल से मिले दुष्यंत चौटाला
हरियाणा के उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला अब रेल मंत्री पीयूष गोयल से मुलाकात कर रहे हैं. इससे पहले उन्होंने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की थी. माना जा रहा है कि दोनों नेताओं के बीच किसान आंदोलन पर चर्चा हुई है.
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