राज्यसभा में पीएम मोदी ने भाषण देते हुए कई विषयों पर जवाब दिया. पीएम मोदी ने किसानों से आंदोलन खत्म करने की भी अपील की. यही नहीं उन्होंने कहा सरकार किसानों से बातचीत करने को तैयार है. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हम लोग कुछ शब्दों से परिचित हैं, जैसे कि श्रमजीवी…बुद्धिजीवी। लेकिन मैं देख रहा हूं कि पिछले कुछ समय से देश में एक नई जमात पैदा हो गई है और वो है आंदोलनजीवी। अगर देश में वकीलों का आंदोलन हो रहा हो, छात्रों का हो रहा है या मजदूरों का हो रहा हो ये जमात हर जगह आपको नजर आएगी। कभी पर्दे के पीछे तो कभी पर्दे के आगे। ये पूरी टोली आंदोलनजीवी की है। ये लोग आंदोलन के बिना जी नहीं सकते, हमें ऐसे लोगों की पहचान करनी होगी।
गुलाम नबी आजाद की शालीनता की तारीफ
वहीं मोदी ने विपक्ष पर भी चुटकी ली। पीएम के बयान पर विपक्षी सांसद भी मुस्कुरा पड़े। वहीं गुलाम नबी आजाद को लेकर कांग्रेस के जी-23 पर भी तंज कसा। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में गुलाम नबी आजाद की शालीनता की तारीफ की। उन्होंने कहा कि गुलाम नबी आजाद की भाषा में हमेशा संयम होता है, वो कभी अभ्रद भाषा का इस्तेमाल नहीं करते। उन्होंने जम्मू-कश्मीर में हुए चुनावों को सराहा। मेरा मानना है कि आपकी पार्टी इसे सही भावना में ले जाएगी और इसके उल्ट जी-23 के सुझावों को सुनकर गलती नहीं करेगी।
सदन को जीवंत बनाए रखिए…मोदी है मौका लीजिए
पीएम मोदी के भाषण से सदन में सभी सदस्यों के चेहरे पर खुशी देखने को मिली. उन्होंने कहा कि “सदन में जिस तरह चर्चा हुई…और मैं सच बताता हूं, चर्चा का स्तर भी अच्छा था…वातावरण भी अच्छा था। वहीं, विपक्ष के हमले को लेकर कहा कि गालियां मेरे खाते में जाने दो। अच्छा आपके खाते में, बुरा मेरे खाते में। आओ, मिलकर अच्छा करें।
You must be logged in to post a comment.