लोकसभा में बजट पर चर्चा के दौरान कांग्रेस पर बरसीं निर्मला सीतारमण, बार-बार दिलाई ‘दामाद’ की याद

लोकसभा में बजट पर चर्चा हो रही है. सदन में इसका जवाब देते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कांग्रेस पर जोरदार हमला किया. सीतारमण ने बार-बार दामाद शब्द का जिक्र किया. निर्मला सीतारमण ने कांग्रेस द्वारा सरकार पर लगाए गए हम दो हमारे दो के आरोपों का भी जवाब दिया. उन्होंने कहा कि हम दो हमारे दो का मतलब है कि हमलोग दो लोग पार्टी की चिंता कर रहे हैं, जबकि दो और लोग हैं जिनकी हमें चिंता करने की जरूरत है…बेटी और दामाद…लेकिन हम ऐसा नहीं करते हैं…

कांग्रेस के सवालों का वित्तमंत्री ने दिया करारा जवाब

वित्त मंत्री ने कहा कि कांग्रेस आरोप लगाती है कि एनडीए की सरकार आर्थिक सुधारों के लिए प्रतिबद्धता नहीं है, अर्थशास्त्र इनकी समझ से परे है. निर्मला सीतारमण ने कहा कि समाजवाद से साम्यवाद, फिर पूरी तरह लाइसेंस कोटा राज और बाद में आर्थिक उदारवाद तक… यही वजह है कि हम तो सबकुछ हैं…एक वक्त में समाजवादी, दूसरे वक्त में साम्यवादी, फिर लाइसेंस कोटा राज, क्रोनी कैपिटलिजम और सबसे आखिर में अर्थव्यवस्था को खोलने का काम…इतने उतार-चढ़ाव लेकिन बोलना होता है तो सीना तानकर बोलते हैं…इन्हें शर्मिंदगी नहीं…

सीतारमण ने कांग्रेस पर कसा तंज

उन्होंने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि यहां सोचने वाली बात ये है कि जो पार्टी 1948 से 1975 तक समाजवाद पर नाज करती नजर आती थी, उसे अचानक 1991 में अर्थव्यवस्था खोलने का सपना आ जाता है. वो आज ये कहते नजर आते हैं कि हमने ही 1991 में अर्थव्यवस्था को उदार बनाने का काम किया, हमने ही मुक्त बाजार की पहल की, इस तरह से देखा जाए तो हम ‘सुधारवादी’ हैं. हैरानी जताते हुए वित्त मंत्री ने आगे कहा कि जो पार्टी शुरू में भारतीय अर्थव्यवस्था की राह रोकती दिखी, फिर 1991 में इसे खोला….वह पार्टी अब हमारे प्रधानमंत्री से सवाल करती है कि आपने कहां सुधार किया?