देश में कोरोना और कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन का खतरा लगतार बढ़ता जा रहा है। डेल्टा और ओमिक्रॉन वेरिएंट के बीच कोरोना के एक नए वेरिएंट की बात भी सामने आ रही है।
एक्सपर्ट्स इसे डेल्टाक्रॉन का नाम दे रहे हैं। पटना में एक सैंपल में बिल्कुल ही अलग वेरिएंट पाया गया है। फिलहाल यह साफ नहीं है कि यह डेल्टाक्रॉन है या फिर कुछ और।
इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में पाए गए नए वेरिएंट के बारे में पुष्टि नहीं हो पाई है कि वह डेल्टाक्रॉन ही है, लेकिन विशेषज्ञों को संदेह है कि यह कोरोना का तीसरा नया वेरिएंट हो सकता है।
इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज पटना में 32 सैंपल्स की जीनोम सिक्वेंसिंग की गई थी। इनमें से एक सैंपल में बिल्कुल ही अलग वेरिएंट पाया गया है। विशेषज्ञों के मुताबिक यह वेरिएंट न तो डेल्टा है और न ही ओमिक्रॉन।
विशेषज्ञों को संदेह है कि नया वेरिएंट डेल्टाक्रॉन हो सकता है। फिलहाल माइक्रोबायोलॉजी के एक्सपर्ट इस सैंपल की जांच में जुटे हैं। विशेषज्ञ नए वेरिएंट की संक्रमण और म्यूटेंट क्षमता का पता लगाने में जुटे हैं। आपको बता दें अभी तक देश में ओमीक्रोन और डेल्टा वेरिएंट के मरीज ही मिल रहे हैं। लेकिन एक नया अस्तित्व में आने की बात कही जा रही है।
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