क्या बिहार में 15 मई तक लागू लॉकडाउन आगे बढ़ने वाला है?

क्या बिहार में 15 मई तक लागू लॉकडाउन आगे बढ़ने वाला है? क्या सरकार संक्रमण के रोकथाम के लिए आगे भी लॉकडाउन के फैसले पर कायम रहेगी? ये सवाल का महत्त्व इस लिए बढ़ जाता है क्योंकि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को राज्य की जनता से धैर्य और हौंसला बनाए रखने की अपील की है। मुख्यमंत्री ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर कहा, ” कोरोना महामारी से राहत पहुंचाने के लिए कई कदम उठाए गए हैं। जांच बढ़ी है और आधारभूत संरचना की व्यवस्था की गई है। पिछले वर्ष की तरह इस बार भी दृढ़ इच्छाशक्ति, सकारात्मक सोच के साथ बिहारवासी कोरोना के खिलाफ इस जंग में सफल होंगे। हौसला और धैर्य बनाए रखें।”

गौरतलब है कि राज्य में बुधवार को 9863 नए कोरोना संक्रमितों की पहचान हुई। पटना सहित तीन जिलों में पांच सौ से अधिक नए कोरोना संक्रमित मिले। पटना में सर्वाधिक 977 नए कोरोना संक्रमित मिले। जबकि मुजफ्फरपुर में 506 और नालंदा में 523 नए संक्रमितों की पहचान हुई। राज्य में पिछले 24 घंटे में 1,11,740 सैंपल की कोरोना जांच की गई। वहीं मंगलवार को यह दर 10 प्रतिशत से नीचे यानी 9.92 पर पहुंच गई थी, जबकि 24 घंटे पूर्व यानी सोमवार को संक्रमण की दर 10.16 फीसदी थी। इस तरह पिछले 24 घंटे में संक्रमण दर में 0.24 फीसदी की कमी आई है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी आकड़ो के मुताबिक मंगलवार को राज्य में 1,10,071 सैम्पल की जांच हुई और 10,920 नए कोरोना संक्रमित मिले, जबकि 72 संक्रमितों की मौत हो गई।

कोरोना के इस जुंग में एकजुट होकर लड़ना है

मुख्यमंत्री ने कहा, ” कोरोना संक्रमण को देखते हुए 5 मई से 15 मई, 2021 तक बिहार में लॉकडाउन लगाया गया है. लॉकडाउन की सफलता के लिए सभी बिहारवासियों के सहयोग की आवश्यकता है। लॉकडाउन शुरू करने से कोरोना मरीजों की संख्या में कमी आना शुरू हो गया है। ऐसे में जरूरत है एकजुट होकर कोरोना के खिलाफ जंग लड़ने की।”

उन्होंने कहा कि आज दुनिया भर के लोगों की तरह देश के लोग भी कोरोना महामारी से जूझ रहे हैं। बिहार में पिछले वर्ष इस बीमारी से लोगों को राहत पहुंचाने के लिए कई कदम उठाए गए थे. इसका परिणाम था कि 8 मार्च, 2021 को कोरोना के मरीजों की संख्या घटकर मात्र 248 रह गई थी। मार्च के बाद कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में राज्य में मरीजों की संख्या में अचानक तेजी आई है, इसे देखते हुए फिर हमलोगों ने कोरोना जांच की संख्या बढ़ा दी है।

बिहारवासियों के सहयोग की आवश्यकता है

उन्होंने कहा, ” अब एक लाख से अधिक जांच प्रतिदिन किए जा रहे हैं। आवश्यक दवाओं के साथ-साथ अस्पतालों में सभी प्रकार के आधारभूत संरचना जैसे- बेड, पाईप्ड ऑक्सीजन, वेंटिलेटर, ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर, रेमडेसिविर आदि की व्यवस्था की जा रही है।” मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि बिहार में लागू लॉकडाउन की सफलता के लिए सभी बिहारवासियों के सहयोग की आवश्यकता है।

मुख्यमंत्री  नीतीश कुमार ने कहा, ” लॉकडाउन लगाने से कोरोना मरीजों की संख्या में कमी आना शुरू हो गया है। इस दौरान इच्छुक लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने का भी काम किया जा रहा है. सभी जिलों में गरीब, असहाय लोगों के लिए सामुदायिक किचेन चलाया जा रहा है। कोरोना के संकटकाल में अनुशासन और हिम्मत के साथ चिकित्सकों, चिकित्साकर्मियों, नर्स, सफाईकर्मियों, प्रशासन और पुलिस सहित सभी कोरोना योद्धाओं द्वारा सराहनीय कार्य किया जा रहा है। “

रिकवरी दर में निरंतर वृद्धि हो रही है

मुख्यमंत्री ने कहा, ” कोरोना की पहली लहर का बिहार ने दृढ़ता और साहस के साथ सामना किया. इस बार की लहर में बड़ी संख्या में लोग प्रभावित हुए हैं. हम सब लोग इसका डटकर मुकाबला कर रहे हैं। कोरोना संक्रमण के दर में धीरे-धीर कमी आ रही है, जिससे एक्टिव मरीजों की संख्या कम हो रही है. राज्य में रिकवरी दर में निरंतर वृद्धि हो रही है।”

नीतीश कुमार ने जनता से अपील करते हुए कहा, ” आप अपना हौसला और धैर्य बनाए रखें। सरकार कोरोना से बचाव के लिए सभी जरूरी कदम उठा रही है। कृपया, जागरूक और सतर्क रहें. डॉक्टरों की सलाह और दिशा-निर्देशों का पालन करें. मुझे पूरा भरोसा है कि हम सब मिलकर इस बीमारी से मुक्ति अवश्य प्राप्त करेंगे।”