खूंखार गैंगस्टर दुजाना गिरफ्तार, दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच का दावा मर्डर के 18 केस समेत 62 मामलों में है अभियुक्त, जानिए

पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुख्यात गैंगस्टर अनिल दुजाना को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने गुरुवार को मयूर विहार इलाके के चिल्ला गांव स्थित एक घर से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उसके दो और साथियों को भी अरेस्ट किया। तीनों से तीन पिस्टल और 19 कारतूस बरामद किया गया है। दुजाना पर 62 केस दर्ज हैं। क्राइम ब्रांच का दावा है कि दुजाना मंडावली के एक बिजनेसमैन की हत्या के इरादे से घूम रहा था। दुजाना की गिरफ्तारी पर यूपी पुलिस ने 75 हजार रुपये का इनाम रखा था। मालूम हो कि दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक इनपुट के आधार पर बाकायदा चिल्ला गांव के रहने वाले रकम सिंह के घर से गिरफ्तारी दिखाई है। तीन मेड इन इटली के पिस्टल और 15 कारतूस बरामद दिखाए गए हैं। गिरफ्तारी में मिलीभगत हो सकती है, क्योंकि एक भी गोली चली नहीं है। यूपी में एकाउंटर के डर से दिल्ली में सरेंडर करना यूपी के गैंगस्टर्स का पुराना इतिहास रहा है। इसी तरह दो साल पहले इसी गैंग के अमित कसाना की गिरफ्तारी भी शाहदरा पुलिस ने की थी।

पढ़िए दुजाना की पूरी क्राइम कुंडली

18 मर्डर समेत रंगदारी, लूटपाट, जमीन पर कब्जा, कब्जा छुड़वाना और आर्म्स एक्ट समेत 62 केस दर्ज हैं कुख्यात गैंगस्टर अनिल दुजाना पर। उस पर रासुका और गैंगस्टर एक्ट भी लग चुका है। गैंगस्टर सुंदर भाटी पर एके-47 से हमले का आरोपी है। वह 2012 से जेल में था और जनवरी 2021 में बेल पर आया। बुलंदशहर पुलिस ने 25 हजार और नोएडा पुलिस ने 50 हजार का इनाम रखा था। पुराने केसों में में पेश नहीं होने से अदालत से गैरजमानती वॉरंट जारी कर रखा था।

सुंदर पर कातिलाना हमला

पश्चिमी यूपी में गैंगवॉर का आगाज महेंद्र फौजी और सतबीर गुर्जर की अदावत से हुआ। इसके बाद सुंदर भाटी और नरेश भाटी के बीच गैगवॉर होने लगी। दोनों सतबीर के गुर्गे थे। सुंदर ने जिला पंचायत अध्यक्ष बन चुके नरेश भाटी की 2004 में हत्या कर दी थी। नरेश भाटी के भाई रणदीप और भांजे अमित कसाना ने बदला लेने की ठानी, जिसमें दुजाना को भी शामिल किया। साहिबाबाद स्थित भोपुरा में नवंबर 2011 को सुंदर भाटी के साले की शादी थी। रणदीप, दुजाना और कसाना ने एक-47 से ताबड़तोड़ फायरिंग की, जिसमें तीन लोग मारे गए। लेकिन सुंदर भाटी बच निकला।

पलटवार में भाई का मर्डर

अनिल तिहरे हत्याकांड में जनवरी 2012 में पकड़ा गया। वह जेल से अपने गैंग को चलाने लगा। रणदीप भाटी और अमित कसाना मदद करते थे। वह जेल से ही मर्डर और रंगदारी की साजिशों को अंजाम देने लगा। सुंदर भाटी गैंग ने जनवरी 2014 दुजाना के घर पर हमला कर दिया। ताबड़तोड़ फायरिंग में उसके भाई जय भगवान की मौत हो गई। अनिल के पिता ने सुंदर भाटी समेत आठ को नामजद कराया। दुजाना गैंग ने इसका बदला लेने के लिए सुंदर के गुर्गे राहुल का मर्डर कर दिया। दुजाना के गुर्गों ने जनवरी 2019 को दिल्ली के नंद नगरी के कारोबारी से 50 लाख की रंगदारी मांगी थी। वह 9 साल बाद जनवरी 2021 में जमानत पर बाहर आया। 16 अक्टूबर 2021 में सिकंदराबाद के एक कारोबारी से एक करोड़ की रंगदारी मांगी। खेड़ी गांव के प्रधान जयचंद हत्याकांड में गवाह उनकी पत्नी को भी धमकाया। वह दोनों केसों में वॉन्टेड चल रहा था।

बड़ा गैंगस्टर होने पर बनाया दामाद

गैंगस्टर अनिल दुजाना ने फरवरी 2019 को सूरजपुर कोर्ट में बागपत की पूजा से सगाई की थी। वह फरवरी 2021 को जमानत पर बाहर आया और पूजा से शादी कर ली। यूपी पुलिस की जांच में आया था कि दुजाना की पत्नी पूजा के पिता लीलू का बागपत में राजकुमार से चालीस बीघा जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। राजकुमार ने अपनी दो बेटियों की शादी गाजियाबाद के कुख्यात बदमाश हरेंद्र खड़खड़ी और उसके भाई से कर दी थी। पूजा के पिता ने अपनी बेटी के लिए खड़खड़ी से बड़े बदमाश अनिल दुजाना को ढूंढ लिया।