शर्मनाक: Pubg खेलने से बच्चे को मां ने रोका, तो बच्चे ने अपने हाथो से छीन ली अपने ही मां की जिंदगी…..

वर्तमान समाज के युवा, वयस्क और वृद्धों में धैर्य की गुणवत्ता इतने निम्न स्तर पर आ कर ठहर सी गई है। जो आज के समाज के लिए गंभीर और चिंतनीय विषय बन गया है। सद्भाव, प्रेम, सौहार्द, धैर्य जैसे कई गुणों से मिलकर बना मानव आज अपने वास्तविक रूप से अलग होता नजर आ रहा है। जो आने वाले दिनों में पूरे विश्व और खासकर सनातनी परंपरा के लिए खतरे की घंटी है।

मानवीय गुणों के स्तर में आ रहे नकरात्मक परिवर्तन की ये असर है जो एक खेल के लिए आज अपना बेटा ही अपनी मां तक को मार देता है। यह बात सुनने में अजीब जरूर लग सकती है। पर उत्तरप्रदेश के लखनऊ से जो घटना सामने आई है, वो आपको इतना सोचने पर जरूर मजबूर कर देगी की क्या हम आज वास्तविकता में अपने पूर्वजों के दिखाए अच्छे मार्गो का अनुसरण कर रहे है या सच्चाई इससे कही दूर है।

पत्नी की हत्या कर दी और हत्यारोपी भी इकलौता बेटा…। झकझोर देने वाली इस खबर को सुनते ही सैन्य अफसर एनके सिंह आसनसोल से लखनऊ के लिये चल दिये थे। लम्बा सफर तय कर एनके सिंह बुधवार सुबह लखनऊ पहुंचे। वह इन्द्रपुरी में रहने वाले अपने भाई नितीश सिंह व ससुर और मां के साथ पीजीआई कोतवाली पहुंचे। यहां इंस्पेक्टर धर्मपाल ने उनसे कुछ सवाल पूछे। कोतवाली में अपने अलग कक्ष में इंस्पेक्टर ने पिता-चाचा के सामने बेटे को पेश कराया। पिता-बेटे का आमना-सामना हुआ तो दोनों चुप रहे। फिर पिता की आंखें नम हो गईं।

पिता को रोता देखकर आरोपी बेटा कुछ विचलित हुआ पर तुरन्त ही सामान्य हो गया। उससे पिता एनके सिंह ने कहा कि यह क्या कर दिया। अगर मैं डांटता तो तुम हमें भी मार देते…। इस पर बेटा बिना किसी शिकन के बोला कि यह तो वक्त बताता…। यह भी कहा कि आप तो मेरी कभी कुछ सुनते ही नहीं थे। मां शिकायत कर दे, बस डांटना शुरू कर देते थे।

रात में डरा तो दोस्त को बुला लिया

इसी पूछताछ के दौरान ही इंस्पेक्टर ने आरोपी बेटे से पूछा कि दो दिन शव रखा रहा, तुम्हे डर नहीं लगा। इस पर उसने जवाब दिया कि सोमवार की रात डर लगा था तो मोहल्ले में रहने वाले दोस्त को बुला लिया था। मां की हत्या के बाद उनका कमरा बाहर से बंद कर दिया था। दोस्त को कुछ पता नहीं चला।

सैन्य अफसर को पत्नी की जगह बेटा देता रहा व्हाट्सएप पर जवाब
आसनसोल से सैन्य अफसर एनके सिंह ने कई बार पत्नी को फोन किया लेकिन जवाब नहीं मिला। उन्हें लगा पत्नी नाराज हो गई है किसी बात पर। एनके सिंह ने इंस्पेक्टर को बताया कि इधर किसी बात पर पत्नी से अनबन भी नहीं हुई थी तो लगा गुस्सा किस बात का। शाम को पत्नी के मोबाइल से मैसेज आया तो दिल को सुकून मिला। तब यह अंदाजा एकदम नहीं था कि पत्नी अब इस दुनिया में नहीं रही। बेटा ही उन्हें मां के मोबाइल से मैसेज कर रहा था।

मंगलवार को बेटे का फोन आया कि किसी ने मम्मी की हत्या कर दी है तो वह बदहवास हो गये। तुरन्त ही उन्होंने पड़ोसी और भाई को सूचना दी। इस बीच बेटे ने हत्यारोपी के तौर पर आकाश का नाम भी बता दिया कि उसने ही मम्मी की हत्या की। कारण भी अनापशनाप बता दिया। बेटे से हत्या का कारण जान वह और परेशान हो गये थे। पर, उन्हें पत्नी पर पूरा विश्वास था। जब पुलिस ने उन्हें बताया कि उनके बेटे ने ही हत्या की है तो वह शून्यविहीन हो गये थे।

आप मेरी सुनते ही कब थे

कोतवाली में आमना-सामना होने के दौरान ही बेटे ने पिता से यह भी कहा कि आप तो मेरी कभी कुछ सुनते ही नहीं थे। मां शिकायत कर दे, बस डांटना शुरू कर देते।

अपने किये पर अफसोस नहीं

इंस्पेक्टर ने पूछा कि अपने किये पर अफसोस नहीं है। इस सवाल पर वह चुप रहा। दोबारा पूछने पर भी कुछ नहीं बोला। स्कूल की प्रिंसिपल का नाम पूछा तो उसने कहा पता नहीं। क्लास टीचर का नाम पूछने पर बोला कि मधु मैम।

एक साल पहले घर से भागा था

मां की हत्या करने के आरोपी बेटे से उसके माता-पिता बेहद परेशान थे। एक साल पहले वह माता-पिता से नाराज होकर घर से भाग गया था। उसकी मां और पड़ोसी उसे दिन भर ढूंढ़ते रहे थे। जब वह शाम तक नहीं मिला तो मां साधना ने पीजीआई कोतवाली पर सूचना दी थी। बाद में वह कानपुर रोड के पास मिल गया था। बुधवार को जब पुलिस ने उससे पूछा कि क्यों भागे तो उसका जवाब था कि घर पर डांट पड़ती थी।

स्कूल में कई बार शिकायत हुई

आरोपी बेटा सेनानी विहार स्थित एक स्कूल में कक्षा 10 का छात्र है। एसीपी कैंट डॉ. अर्चना सिंह ने उसकी 10 वर्षीय बहन से पूछताछ की। वह बोली कि भैया अक्सर स्कूल में भी लड़ते थे। कई बच्चों का सामान उठा लेते थे। कई बार स्कूल से शिकायत आती थी जिस पर मम्मी भैया को डांटती थी। प्रिंसिपल हेमा से बात करने का प्रयास किया गया लेकिन सम्पर्क नहीं हो सका।

पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं

नेशनल शूटर ने की थी मां और भाई की हत्या

गौतमपल्ली में 29 अगस्त 2020 को रेलवे अधिकारी के घर पत्नी और बेटे का शव पड़ा मिला था। घर में बेटी भी मौजूद थी। शीशे पर जैम से डिस्क्वालीफाइड ह्यूमन लिखा मिला। छात्रा ने .22 बोर की शूटिंग रायफल से हत्या करने की बात कही थी। मानसिक स्थिति ठीक न होने पर उस पिता के सुपुर्द कर दिया गया।

जादू-टोने के शक में बेटे ने किया तिहरा हत्याकांड

विकासनगर निवासी महमूद अली खां, पत्नी दरक्षा और छोटे बेटे शावेज का बड़े बेटे सरफाराज ने नींद की गोली खिलाकर गला रेत दिया। सरफराज ने परिवार की मर्जी के बिना शादी कर ली थी। उसे शक था कि पिता सम्पत्ति में हिस्सा नहीं देंगे। सरफराज का दावा था कि उसे वश में करने के लिए जादू-टोना भी किया जाता है।