पंजाब: होशियारपुर में रेलवे पटरी पर मिला 19 गायों के कंकाल, इलाके में मचा हड़कंप, हिंदू संघटन ने किया विरोध।

पंजाब के होशियारपुर जिले से करीब 36 किलोमीटर दूर झांस गांव में रेलवे पटरी के पास एक सुनसान जगह पर शनिवार सुबह कम से कम 19 गायों के कंकाल मिलने से इलाके में हड़कंप मच गया। इस घटना के प्रकाश में आने के बाद जांच के लिए पंजाब गौ सेवा आयोग द्वारा दो सदस्यीय समिति का गठन किया गया है और वह सात दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।

पंजाब के मुख्यमंत्री पद के लिए नामित भगवंत मान ने भी इस घटना की निंदा की और पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) से मामले की जांच कराने को कहा है।

भगवंत मान ने कहा कि असमाजिक तत्वों को इस तरह के कृत्यों से परहेज करना चाहिए क्योंकि कानून-व्यवस्था हर कीमत पर सुनिश्चित की जाएगी। एक आधिकारिक बयान में मान ने कहा कि इस तरह के अपराध कर किसी को भी राज्य के शांतिपूर्ण माहौल को खराब करने की इजाजत नहीं दी जाएगी। उन्होंने डीजीपी से कहा कि घटना में शामिल पाए जाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। मान ने लोगों से संयम बरतने की भी अपील की।

19 गायों के बिना सिर वाले कंकाल मिले

पुलिस अधीक्षक मुख्तियार राय ने कहा कि रेलवे पटरी के पास एक सुनसान जगह पर कम से कम 19 गायों के बिना सिर वाले कंकाल पाए गए। घटनास्थल पर आलू से भरी 12 बोरियां भी पड़ी मिलीं हैं। पुलिस के मुताबिक शुक्रवार की रात कुछ अज्ञात लोगों ने सबसे पहले इन गायों और आलू से भरी बोरियों को वहीं फेंक दिया।

इसके बाद वे लोग गायों का वध करने के बाद उनकी खाल उतार कर ले गए। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सूचना मिलने के बाद वह पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे और इस मामले की जांच शुरू कर दिया है।

स्थानीय लोगों ने दी पुलिस को दी जानकारी

राजकीय रेलवे पुलिस, जालंधर के पुलिस अधीक्षक परवीन कांडा भी जांच में उनके साथ शामिल हुए। इन शवों को कुछ स्थानीय लोगों ने देखा और फिर उन्होंने टांडा पुलिस थाने को इसकी सूचना दी।

इलाके में खबर फैलते ही आसपास के इलाकों से बड़ी संख्या में लोग तथा शिवसेना और बजरंग दल समेत कई हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता मौके पर जमा हो गए।

शिवसेना (बाल ठाकरे) के पंजाब उपाध्यक्ष रंजीत राणा और प्रिंस कटना के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं और प्रदेश भाजपा के नेता तीक्ष्ण सूद ने घटना के खिलाफ धरना दिया और टांडा में जालंधर-पठानकोट जीटी रोड पर यातायात अवरुद्ध कर दिया। पुलिस द्वारा आरोपियों के जल्द गिरफ्तारी का आश्वासन दिए जाने के बाद प्रदर्शन कर रहे नेताओं ने अपना धरना तो फिलहाल खत्म कर दिया है। पर देखने वाली बात यह होगी कि इस मामले में पंजाब की पुलिस कितना तत्परता दिखाते है और कितने दिनों में आरोपियों को दंड दे पाती है।