मानव संसाधन विकास मंत्री का संकेत : लॉकडाउन के बाद स्कूल एक समय में 30% छात्रों के साथ फिर से शुरू कर सकते हैं!

वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शिक्षकों के साथ लाइव बातचीत के दौरान, मानव संसाधन विकास मंत्री पोखरियाल ने एनसीईआरटी के दिशा निर्देशों पर चर्चा की है कि कोविद महामारी के बीच स्कूलों को कैसे फिर से खोलना है।

Covid19 लॉकडाउन के बाद छात्रों को कक्षाओं में वापस जाने पर स्कूलों में एक बार में केवल 30 फीसदी उपस्थिति देखने की संभावना है। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री निशंक ने कहा कि उन्होंने शिक्षकों को अपनी कक्षाओं को फिर से शुरू करने के लिए प्रस्तावित सरकारी दिशानिर्देशों की जानकारी दी।

मार्च के दूसरे सप्ताह से कोविद -19 के मद्देनजर देश भर के स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। बतादें कि अभी हाल ही में पटना के मगध महिला कॉलेज की प्रिंसिपल शशि शर्मा ने भी The Shift India को दिए गए अपने साक्षात्कार में कहा था कि लॉक डाउन  सरकार स्कूल एवं कॉलेज में शिफ्ट सिस्टम को लाने पर विचार करे साथ ही उन्होंने  कहा था कि जिस प्रकार सरकार ऑफिसों को 33% उपस्थिति के साथ काम करने की अनुमति दे रही है वैसे ही बच्चों के भविष्य के लिए स्कूल एवं कॉलेज को भी इसी आधार पर खोलने की अनुमति प्रदान करे। जहाँ विकल्पिक पद्धति से  उनको दूसरे दिन बुलाएं साथ ही उन्होंने कहा था कि ये ज़रूर है कि इसके लिए टीचर्स को ज्यादा देना होगा। गौतलब है कि इसके लिए उन्होंने अपने सुझाव में सोशल डिस्टेंसींग की अहमियत पर भी जोर डाला और इसको भी लेकर भी कई सुझाव दिए थे एवं परीक्षाओं को जल्द करने कि भी बात कही थी।

वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शिक्षकों के साथ लाइव बातचीत के दौरान, पोखरियाल ने कहा, “हमने एनसीईआरटी को स्कूलों को फिर से खोलने के लिए दिशानिर्देश तैयार करने के लिए कहा है और उन्होंने ज्यादातर काम किया है। दिशानिर्देश विभिन्न बातों का सुझाव देते हैं जैसे एक समय में 30 प्रतिशत छात्रों को कॉल करना। अगर एक बार में 30 फीसदी छात्रों को बुलाया जाना है, तो हमें यह देखना होगा कि किस तरह से काम करना है। ”

स्कूलों में शिफ्ट सिस्टम?

NCERT के अधिकारियों ने ने बताया है कि परिषद ने दो तरीके सुझाए हैं पहला कंप्लीट अटेंडेंस सिस्टम को निकाला जा सकता है – या तो कुछ छात्रों को एक दिन और शेष को अन्य दिनों में कॉल करना, या जहां संभव हो वहां शिफ्ट्स में मैनेज करना।

हालांकि स्कूलों को फिर से खोलने पर सरकार की ओर से कोई स्पष्टता नहीं है, वहीं खबर है कि दिल्ली जैसे कुछ राज्य स्कूलों को फिर से खोलने के लिए एक जुलाई की तारीख पर विचार कर रहे हैं। 

दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने इस सप्ताह एक साक्षात्कार में कहा कि उन्हें जुलाई में छात्रों को कक्षाओं में वापस देखने की उम्मीद है। उन्होंने 11 मई को इंडिया टुडे को बताया , “हम उम्मीद करते हैं कि जुलाई में अपने बच्चों का स्कूल में स्वागत कर पाएंगे, लेकिन आकस्मिक योजना पर सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं ।”

बतादें कि यह पिछले एक महीने में मानव संसाधन विकास मंत्री द्वारा आयोजित तीसरी लाइव बातचीत थी। इससे पहले, उन्होंने दो अलग-अलग लाइव इंटरैक्शन में माता-पिता और छात्रों से बात की, जहां उन्होंने लॉकडाउन के बारे में विभिन्न प्रश्नों का उत्तर दिया। उन्होंने कोविद के बंद के बाद उच्च-शिक्षा संस्थानों की बहाली पर चर्चा करने के लिए देश भर के कुलपतियों के साथ समान बातचीत करने की योजना भी बनाई है।