बिहार मैथमेटिकल सोसाइटी की ओर से राष्ट्रीय भर्ती एजेंसी एवं सीईटी पर बेविनार का किया गया आयोजन, नए पैटर्न से छात्रों को समय और पैसे की होगी बचत

बिहार मैथमेटिकल सोसाइटी की ओर से पटना में बेविनार का आयोजन किया गया. इस वेबिनार में राष्ट्रीय भर्ती एजेंसी के गठन एवं सीईटी 20 पर परिचर्चा हुई. इसमें पूर्व डीजीपी अभयानंद पूर्व ने केन्द्र सरकार के द्वारा सरकारी नौकरियों में भर्ती के लिए नेशनल रिक्रूटमेंट एजेंसी का गठन से सरकारी एवं निजी नौकरी मे छात्र एवं छात्राओं को खर्च का बोझ घटेगा. परन्तु कभी कभी परीक्षा के प्रश्न पत्र गलत होना एवं परीक्षा मे त्रुटी के कारण विवाद एवं मामले न्यायालय तक जाना एक सामान्य बात है. इसके समाधान के लिए एक विशेष कमिटी का गठन किया जाना चाहिए।

 परीक्षा मे पारदर्शिता की संभावना

वहीं कॉलेज ऑफ कॉमर्स के प्रिसिंपल प्रो तपन कुमार शांडिल्य ने सीईटी से भारत के लाखों युवाओं को एसएससी, बैंकिंग एवं रेलवे के अलग-अलग परीक्षा नहीं देनी होगी बल्कि इन तीनों के लिए कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट का आयोजन किया जाएगा। डॉ विजय कुमार संयोजक सह संयुक्त सचिव कार्यक्रम ,बिहार मैथमेटिकल सोसाइटी ने बताया कि इस एजेंसी के गठन से सरकार एवं छात्रों के खर्च एवं समय की बचत के साथ परीक्षा मे पारदर्शिता की संभावना है। इनहोने सुझाव दिया कि सभी स्तर के परीक्षा से लेकर नियुक्त तक समय सीमा का निर्धारण एवं आधारभूत ब्यवस्था, सभी नवयुवकों को कम्प्यूटर प्रशिक्षण के साथ जागरूकता की आवश्यकता है। वहीं राजेंद्र कॉलेज छपरा के प्रिसिंपल डॉ परमेनद्र रंजन ने कहा कि प्रत्येक अभ्यर्थी को परीक्षा के लिए अलग-अलग आवेदन देने होते थे, अलग-अलग परीक्षा केंद्र होते थे अब एक ही परीक्षा केंद्र एवं एक ही आवेदन देना होगा जिससे परीक्षार्थी को काफी लाभ होगा।

मुख्य परीक्षा में भी एक पैटर्न आधारित प्रश्न होना चाहिए

वहीं आर्यभट नॉलेज विवि के कॉलेज निरीक्षक डॉ अजय प्रताप ने कहा कि सीईटी पास करने के उपरांत उम्मीदवार मुख्य परीक्षा मे बैंकिंग या रेलवे या एसएससी की परीक्षा अलग अलग पाठयक्रम के जगह एक पैटर्न आधारित प्रश्न होनी चाहिए। टीएमबीयू भागलपुर के डीन एजुकेशन डॉ राकेश कुमार और पटना साइन्स कॉलेज के पूर्व प्रिसिंपल प्रो के सी सिन्हा ने सीईटी में जो अंक प्राप्त होंगे उसके लिए 3 साल की वैधता होगी एक अच्छी पहल है इससे बार बार प्रारम्भिक परीक्षा देने से निजात मिलेगा। सभी मिशन गुणवत्ता शिक्षा समिति के संयोजक आशुतोष कुमार श्रीवास्तव, अरविंद कुमार भारती, अरूण दयाल, विकरनात भास्कर आदि ने भी अपना बात रखा. सभी ने केन्द्र की नई नीति में नेशनल रिक्रूटमेंट एजेंसी 1 वर्ष में दो परीक्षाएं का आयोजन करेगी। यह परीक्षा में वस्तुनिष्ट प्रश्न पूछे जाएंगे। इसमें 12 भाषाओं का मे प्रशन हल करने की सुविधा होगी। उम्मीदवारों को एक ही परीक्षा शुल्क, एक परीक्षा केन्द्र के साथ समय की बचत होगी। यह प्रारम्भिक परीक्षा ऑनलाइन आयोजित की जाएगी। इसमें स्नातक, 12वीं एवं 10वीं परीक्षा पास करने वाले उम्मीदवार आवेदन कर सकते हैं। इसके प्रारंभिक परीक्षा पास करने के उपरांत योग्यता के आधार पर मुख्य परीक्षा एवं साक्षात्कार भी देना होगा।