बांका-दरभंगा ब्लास्ट: बीजेपी ने कहा- मदरसों में दी जाती है गुमराह करने की शिक्षा, राजद के बाद अब जेडीयू ने भी किया पलटवार

एक बार फिर से भाजपा-जदयू नेता आमने सामने आते दिख रहे हैं। बांका व दरभंगा ब्लास्ट के मुद्दे पर राज्य सरकार में सहयोगी दोनों दलों के नेता इस मुद्दे पर एक-दूसरे पर निशाना साधना शरू कर दिया हैं। दरअसल, जदयू किसी एक घटना को संप्रदाय विशेष से जोड़ने के खिलाफ है तो भाजपा दोनों घटनाओं को धार्मिक पूर्वाग्रह से जोड़कर देख रही है।

आजादी की लड़ाई लड़े नहीं, मदरसों पर कर रहे प्रहार: जदयू 

भाजपा सांसद अजय निषाद द्वारा मदरसा को लेकर बयान पर आपत्ति जताते हुए, जदयू के राष्ट्रीय संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि हर किसी को धर्म की पढ़ाई करने की आजादी है। शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि इस तरह का बयान गैर संवैधानिक है।

मदरसों की पढ़ाई को दूसरी नजर से नहीं देखना चाहिए। बांका की घटना की बाबत कहा कि पुलिस अपना काम कर रही है। वहीं, भाजपा सांसद के बयान को लेकर मीडिया द्वारा पूछे गये सवाल पर जदयू विधान पार्षद गुलाम रसूल बलियावी ने कहा कि जिन्होंने कभी मदरसा देखा नहीं, मदरसे का इतिहास पढ़ा नहीं हो, वह क्या जाने कि वहां क्या पढ़ाई की जाती है।

उन्होंने भाजपा नेता का नाम लिए बगैर कहा कि ऐसी मानसिकता के लोगों ने देश की आजादी की लड़ाई में हिस्सा नही लिया, वे मदरसों के इतिहास के बारे में क्या जानें। कहा कि विवादित बयान देने से अच्छा है देश में विकास की चर्चा करें।

मदरसों में गुमराह करने की दी जाती है शिक्षा: भाजपा 

मुजफ्फरपुर के भाजपा सांसद अजय निषाद ने कहा है कि मदरसों में युवाओं को गुमराह करने वाली शिक्षा दी जाती है। आतंकवादी घटनाओं में कई मदरसों की भूमिका संदिग्ध सामने आती रही है। बिहार पुलिस को चाहिए कि वह सभी मदरसों व मस्जिदों पर पैनी नजर रखे।

शुक्रवार को दिल्ली में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में सांसद ने बांका के बाद दरभंगा में हुए पार्सल बम ब्लास्ट पर प्रतिक्रिया दी और एक समुदाय विशेष को आड़े हाथों लिया। सांसद ने कहा कि मदरसों में युवाओं को गुमराह करने वाली धार्मिक शिक्षा दी जाती है। यह देखा जाता है कि मदरसों में पढ़ाई करने वालों की अलग मानसिक प्रवृत्ति हो जाती है। पूरे मामले की एनआईए जांच करे।

बाकी मस्जिदों पर बिहार पुलिस जांच करे। यह सुनिश्चित करे कि कोई असामाजिक गतिविधियां इन केंद्रों से न हो। वहीं पार्टी के पूर्व विधायक प्रदेश प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल ने भी कहा कि मदरसों में बच्चों को धार्मिक पढ़ाई के नाम पर बरगलाया जाता है। जब बच्चे ऐसे मदरसों से पढ़ कर निकलते हैं तो विध्वंसक गतिविधियों में शामिल होते हैं।

राजद ने  बीजेपी नेताओं के बिगड़े बोल, है ओछी  राजनीति 

मालूम हो कि  इस मामले में शरू से ही राजद की ओर पलटवार का दौर जारी है। राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने बांका ब्लास्ट मामले पर कहा था कि मदरसे में विस्फोट और इमाम की मौत दोनों मामला संगीन है, इसे गंभीरता से लेते हुए इसकी उच्च स्तरीय जाँच होनी चाहिए।

राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी

राजद प्रवक्ता ने आगे कहा था कि विस्फोट की यह घटना अपने आप में दुखद है, कानून को इसका पता लगाना चाहिए। उन्होंने प्रतिपक्ष पर आरोप लगते हुए कहा कहा बीजेपी विधायक के बिगड़े बोल, ओछी राजनीति है। ऐसी राजनीति  करने वालों को कभी भी स्वीकार नहीं किया जा सकता है। आपसी प्रेम और सद्भाव आवश्यक है। उन्होंने कहा कि असल में यह NDA में सत्ता के मलाई की लड़ाई है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा था कि बिहार में भाजपा सत्ता मे है, यह घटना बिहार के मौजूदा लॉ एंड आर्डर की स्थिति बता रही है।

लेकिन इन सब घटना क्रम के बीच नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने राघोपुर की जनता से कहा कि आप घबराइए मत, सरकार गिरने वाली है। तेजस्वी यादव से राघोपुर की जनता ने कटाव के निदान के लिए गुहार लगाई थी। इसके जवाब में तेजस्वी यादव ने राघोपुर वासियों से कहा कि 2-3 महीने में सरकार गिरने वाली है।

हालांकि नेता प्रतिपक्ष के इस बयान ने एक तरफ जहां विपक्ष में एक नई ऊर्जा दी है, वहीं राज्य सरकार में सहयोगी दोनों दलों के नेताओं के विभिन्न मुद्दे पर एक-दूसरे पर निशाना साधना एक नए घटना क्रम को जन्म देते हुए भी देखा जा सकता है।