सुशील मोदी का दिखा दोहरा चरित्र।

समाज के एक वर्ग को जब मांझी बुरा भला कर रहे थे तो समाज के किसी बड़े नेता ने इसका खंडन या विरोध नहीं किया। पर बात जब सता के टूटने की आई तो कैसे नेताओ की नींद टूटने लगी। आपको बता दें कि हम के प्रवक्ता दानिश रिजवान ने पिछले दिनों कहा था कि अगर बिहार में सत्ताधारी दल से हिंदुस्तान आवाम मोर्चा ने अपना समर्थन वापस ले लिया तो बिहार में एनडीए की सरकार गिर जायेगी।
जिसके बाद सुशील मोदी ने ट्वीट कर कहा कि जिसने मांझी जी को धमकी दी, उसे भाजपा ने निलम्बित कर साफ संदेश दिया कि दलित समाज को धमकाने या अपमानित करने वालों को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पार्टी सबका साथ, सबका विकास और सबका सम्मान सुरक्षित रखने के लिए प्रतिबद्ध है।
आखिर कब तक एक खास वर्ग राजनीति रोटी सेंकने का जरिया बना रहेगा। तब ये नेता कहा थे जब मांझी ने एक वर्ग को अपमानित किया था। मैं दलित भाईयो को भी अवगत करा दूं कि राजनीति में सब फायदा का होता है। राजनीति करने वाले बड़ी चतुर होते हैं। जहां फायदा दिखता है ये वही नजर आते हैं।इनके चक्कर में पड़कर आप सामाजिक सौहार्द को बिगाड़ने का काम न करे।