मल्लिकार्जुन खड़गे के हाथो में अब कांग्रेस की कमान, बोले- आज कोई मजदूर का बेटा अध्यक्ष बना, मेरे लिए यह भावुक पल है …………..

कांग्रेस के नवनिर्वाचित अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पार्टी की कमान संभाल ली। कांग्रेस अध्यक्ष पद चुनाव में शशि थरूर को मात देने वाले मल्लिकार्जुन खड़गे ने आज यानी बुधवार की सुबह सोनिया गांधी, राहुल गांधी, कांग्रेस कार्य समिति के सदस्य, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, प्रदेश कांग्रेस कमेटियों के अध्यक्ष और पार्टी के अन्य नेताओं की मौजूदगी में कांग्रेस मुख्यालय में पार्टी अध्यक्ष का पदभार संभाला। कांग्रेस की कमान संभालने से पहले मल्लिकार्जुन खड़गे ने आज सुबह राजघाट जाकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की। चलिए जानते हैं मल्लिकार्जुन खड़गे की ताजपोशी से जुड़े सभी लेटेस्ट अपडेट्स।

 

मल्लिकार्जुन खड़गे ने  कहा…..

मल्लिकार्जुन खड़गे ने अपने संबोधन में कहा कि आज एक मजदूर का बेटा कांग्रेस का अध्यक्ष बना है। यह मेरे लिए भावुक क्षण है। यह सम्मान देने के लिए आप सबका धन्यवाद। कांग्रेस सभी पुराने अध्यक्षों को याद करते हुए मैं आपको भरोसा दिलाना चाहता हूं कि अपने मेहनत और अनुभव से जो कुछ भी संभव होगा, मैं करूंगा और आपको भी पूरी ताकत के साथ लड़ना होगा। यही मेरी अपील है। आज इस अवसर पर कांग्रेस के करोड़ों कार्यकर्ताओं की तरफ से मैं सोनिया गांधी जी के बहुमूल्य योगदना के लिए आभार व्यक्त करना चाहूंगा। मुझे याद आता है 15 जनवरी 1998 का दिन, जब बेंगलुरु के हाईस्कूल में आपने अपनी पहली जनसभा में कहा था कि मैं कर्टनाक से राजनीति की शिक्षा ले रही हूं, तब से आपने मेहनत कर कांग्रेस को संभाला है। केवल सत्ता के लिए राजनीति करने वालों के इस दौर में आपने त्याग की मिसाल कायम की है। सोनिया गांधी ने अपने संबोधन में खड़गे को बधाई दी और कहा कि मैं आज बड़े दायित्व से मुक्त हो जाऊंगी। उन्होंने कहा कि आपने हमेशा मुझे सहयोग और समर्थन दिया। अब यह जिम्मेदारी खड़गे जी के ऊपर आ गई है। परिवर्तन संसार का नियम है। आज हमारी पार्टी के सामने बहुत सारी चुनौतियां हैं। सबसे बड़ी चुनौती यह है कि आज देश के सामने लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए जो  संकट  पैदा हुआ है, उसका मुकाबला हम सफलतापूर्वक कैसे करें। आपने जिस तरह से लोकतांत्रिक तरीके से कांग्रेस अध्यक्ष चुना है, मुझे भरोसा है कि उसी तरह पार्टी के सभी कार्यकर्ता और नेता आपस में मिल जुलकर एक ऐसी शक्ति बनेंगे, जो हमारे महान देश के सामने उपस्थित समस्याओं का सफलतापूर्व सामना कर सके। कांग्रेस के सामने पहले भी संकट आए, मगर पार्टी ने कभी हार नहीं मानी।

खड़गे ने रच दिया  है इतिहास…….

कर्नाटक के दलित समुदाय से ताल्लुक रखने वाले 80 वर्षीय खड़गे ने 17 अक्टूबर को हुए ऐतिहासिक चुनाव में अपने प्रतिद्वंद्वी 66 वर्षीय थरूर को मात दी थी। पार्टी के 137 साल के इतिहास में छठी बार अध्यक्ष पद के लिए चुनाव हुआ था। 24 साल बाद गांधी परिवार से बाहर का कोई व्यक्ति कांग्रेस का अध्यक्ष बना है। खड़गे को 2024 के आम चुनाव से पहले पार्टी को मजबूत करने के लिए कई चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा।

खड़गे को पार्टी को एकजुट रखने की चुनौती…….

गुजरात और हिमाचल प्रदेश चुनाव में कांग्रेस के बेहतर करने की उम्मीदें बड़ी चुनौती है, वहीं राजस्थान व कर्नाटक में पार्टी के भीतर जारी रस्साकशी ने पार्टी की परेशानी और बढ़ा दी है। ऐसे में 2024 के आम चुनाव से पहले पार्टी को एकजुट करना खड़गे के लिए एक बड़ी चुनौती होगी। शशि थरूर को मात देकर पार्टी के शीर्ष पद पर काबिज होने वाले खड़गे के पक्ष में भी कुछ चीजें नजर आ रही हैं। खड़गे की छवि सबको साथ लेकर चलने की रही है और उनकी यह खूबी यहां से आगे का सफर तय करने में उनके लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकती है।