बिहार में मकर संक्रांति  के पर्व पर दही-चूड़ा के भोज का अपना महत्व…हालांकि, इस बार मकर संक्रांति  के अवसर पर राजधानी पटना के 10 सर्कुलर रोड स्थित लालू प्रसाद यादव  के राबड़ी आवास  पर सन्नाटा छाया रहेगा…

सूबे की राजनीति में ये एक ऐसा अवसर होता है जब सियासी प्रतिद्वंद्वी भी दही-चूड़ा और चीनी की मिठास में अपने मन की कड़वाहट भूल जाते हैं। हालांकि, इस बार मकर संक्रांति  के अवसर पर राजधानी पटना के 10 सर्कुलर रोड स्थित लालू प्रसाद यादव  के राबड़ी आवास  पर सन्नाटा छाया रहेगा। पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव  के निधन के बाद पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी  और जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा  के आवास पर शनिवार को आयोजित होने वाले दही-चूड़ा भोज को स्थगित कर दिया गया है।

लालू प्रसाद यादव के आवास पर भी दही-चूड़ा भोज स्थगित…

कई वर्षों के बाद राबड़ी देवी के आवास पर दही-चूड़ा का भोज आयोजित होने वाला था। लालू प्रसाद द्वारा राबड़ी देवी के आवास पर एक बार दही-चूड़ा के भोज में शरद यादव भी आए थे। वहीं, जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा अपने आवास पर पहली बार दही-चूड़ा का भोज आयोजित कर रहे थे।

सुर्खियों में रहाता है लालू का दही-चूड़ा भोज…

राष्‍ट्रीय जनता दल सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के यहां हर साल मकर संक्रांति पर भोज का विशेष आयोजन होता रहा है। लालू प्रसाद यादव के चारा घोटाला में जेल जाने के पहले तक मकर संक्रांति के अवसर पर उनका दही-चूड़ा भोज सुर्खियों में रहा। इसमें राजनीतिक दलों की सीमा से हटकर राजनेताओं की जुटान होती रही। लालू के दरवाजे आम लोगोंं के लिए भी खुले रहे। हालांकि, लालू प्रसाद यादव के जेल जाने का इसपर असर पड़ा।