जानिए कहाँ दो बच्चों के बाप इश्क के खुमार के साथ, 6 दिन बाद नाबालिग लकड़ी संग हुआ गिरफ्तार

प्रेम का रोग का इलाज हक़ीम लुकमान के पास भी नहीं था। इस बीमारी के बारे में सिर्फ़ शायरों ने ही नहीं बल्कि विशुद्ध पंडित कवियों ने भी लिखा है –
कनक कनक ते सौ गुनी मादकता अधिकाय, व खाये बौराये जग, या देखे बौराये कहा गया है कि सोना देखकर ही आदमी पगला जाता है (बिना खाये) उसी प्रकार इश्क़ भी बड़ी जानलेवा बीमारी है। मलेरिया जैसी बीमारी भी मच्छर के काटेने से होती है लेकिन लवेरिया महबूब के देखे से ही हो जाता है; काटना तो दूर की बात। लवेरिया के लक्षण भी विचित्र सत्य होते हैं। नींद नहीं आती, भूख नहीं लगती, हाँ प्यास ज़रूर लगती है (पीने वालों को पीने का बहाना चाहिये) देवदास का नाम तो सुना होगा – “जीना छोड़ दूंगा मगर पीना नहीं छोड़ सकता- जयादा भावुक न होइएगा हमारे बिहार में इस पर प्रतिबन्ध है।” वैसे ये देवदास बहुतायत में पाए जाते हैं। पी के इनको होश नहीं रहता कि ये कहाँ और किस हालत में हैं। कहीं ग़लती से किसी होटल में पहुँच गये और हंगामा कर दिया तो वेटर भी भन्ना कर बोलेगा “मालिक देवदास हैं, खाया पिया कुछ नहीं गिलास तोड़ा बारह आना।”  वैसे आशिक़ भी हमारे सामाज में कुकुरमुत्ते की तरह उग रहे हैं। ताज़ा मामला गया जिले के अलीपुर थाना क्षेत्र के कपेया गांव के एक युवक पर आशिकी का ऐसा खुमार सवार हुआ कि वह नाबालिग लड़की के साथ फरार हो गया। पहले से शादीशुदा युवक विवेकानंद की दो संतान भी हैं। पिछले 14 अप्रैल से विवेकानंद घर से गायब था। विवेकानंद के पिता ने अलीपुर थाने में बेटे की गुमशुदगी की रिपोर्ट 20 अप्रैल को दर्ज करवायी थी।

इसके बाद पुलिस युवक की तलाश कर रही थी। गुप्त सूचना और मोबाइल लोकेशन को ट्रेस करते हुए अलीपुर थाने की पुलिस ने जहानाबाद से युवक को पकड़ा। उसके साथ बाराचट्टी थाना क्षेत्र की एक नाबालिग लड़की भी थी। कानूनी कार्रवाई के बाद अलीपुर थाने की पुलिस ने दोनों को बाराचट्टी पुलिस को सौंप दिया।

बाराचट्टी थानाध्यक्ष राम लखन पंडित ने बताया कि लड़की के पिता के बयान पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है। नाबालिग को पकड़ कर आवश्यक कार्रवाई के लिए बाराचट्टी थाना लाया गया। वहीं किशोरी का मेडिकल टेस्ट कराया गया है और शनिवार को कोर्ट में बयान दर्ज कराया जाएगा।