सासाराम लोहे का पुल चोरी मामले में छह लोग गिरफ्तार, स्थानीय राजद नेता सहित सिंचाई विभाग के कर्मचारी अरेस्ट

सासाराम के नासरीगंज थाना क्षेत्र के अमियावर के समीप पुल चोरी मामले में आधा दर्जन लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है। इनमें सिंचाई विभाग के मौसमी कर्मचारी अरविंद और वाहन मालिक चंदन शामिल हैं। इसी के वाहन से पुल के मलबे ढोए गये थे। चोरी में इस्तेमाल हुइ जेसीबी के चालक से भी पुलिस पूछताछ जारी है। वहीं इस कांड में इस्तेमाल ‌होने वाले गैस कटर को भी पुलिस ने किया बरामद है। पुलिस के मुताबिक एक स्थानीय राजद नेता शिवकल्याण भारद्वाज की भी गिरफ्तारी की गई है। उक्त जानकारी एसडीपीओ शशिभूषण सिंह ने दी है।

एसडीपीओ ने बताया कि इनमें मौसमी कर्मचारी अरविंद कुमार, राजद नेता शिवकल्याण भारद्वाज अमियावर, पिकअप मालिक चंदन कुमार अमियावर, कबाड़ वाले सचितानंद सिंह गोपीगढ़ अकोढ़ीगोला, चंदन कुमार चंदाबिगहा अकोढ़ीगोला, मनीष कुमार गोपीगढ़ अकोढ़ीगोला, गोपाल कुमार जयनगर अकोढ़ीगोला शामिल हैं। जबकि जेसीबी चालक अजीत अमियावर, पिकअप चालक जितेंद्र चौधरी अमियावर, वाहन मालिक गोपाल साह पुलडीहां थाना माली जिला औरंगाबाद को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है।

चोरी हुए लोहे के पुल के मामले में एसआईटी गठित

चोरी गए लोहे के पुल के मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है। एसपी आशीष भारती शनिवार को अमियावर पहुंच कर जांच की। उन्होंने बताया कि बिक्रमगंज के एसडीपीओ शशिभूषण सिंह के नेतृत्व में लोहे के पुल के अवशेष की बरामदगी व अपराध में शामिल लोगों की गिरफ्तारी के लिए एसआईटी का गठन किया गया है। ग्रामीणों से पता चला है कि जो लोग पुल को काटने आए थे, उन्होंने खुद को सिंचाई विभाग का कर्मचारी बताया था।

विभाग के लोगों ने पुलिस को जानकारी देने में देरी की। इस मामले में एफआईआर दर्ज कर अनुसंधान किया जा रहा है। वहीं नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की प्रतिक्रिया ‌और ट्वीट के बाद यह मुद्दा राज्य स्तर पर छा गया है। मालूम हो कि आपके अपने अखबार हिन्दुस्तान ने पुल चोरी की घटना को सात अप्रैल को प्रमुखता से प्रकाशित की थी।

इसके बाद पुलिस व प्रशासन की नींद खुली है। अपराधियों ने एक सप्ताह पूर्व अमियावर के सोन नहर पर बने लोहे के पुल‌ को दिनदहाड़े गैस कटर व जेसीबी की मदद से उखाड़ कर गायब कर दिया था। बाद में पता चला कि उक्त पुल‌ को अवैध तरीके से अपराधी उखाड़ कर ले गये हैं। पुल के मलबे को‌ अमियावर स्थित ‌एक‌ धर्मकांटा पर तौले जाने की बात सामने आ रही है।