पटना में ऑटो रिक्शा के अनियंत्रित चालन के कारण सड़क हादसे में हुई एक महिला की मौत, मृतिका के हैं 14 वर्ष का बेटा और एक छोटी बेटी।

सड़क हादसों की संख्या को रोकने तथा उसमे कमी लाने के लिए सूबे की प्रशासन काफी मुस्तैद दिख रही है। शहर में जगह जगह पर वाहन चेकिंग अभियान भी चलाए जा रहे हैं। परंतु पुलिस प्रशासन के तमाम परिश्रमों के बाद भी सड़क हादसों पर रोक नहीं लगा पा रही है।

कहां हुआ हादसा…

पत्रकार नगर थाना क्षेत्र के बाइपास स्थित फोर्ड हॉस्पिटल स्थित खेमनीचक मोड़ के पास दोपहर में एक तेज रफ्तार ट्रक ने स्कूटी सवार महिला को रौंद दिया, जिससे महिला की मौके पर ही मौत हो गयी। इस भयानक सड़क हादसे के बाद महिला का शव कई टुकड़ों में बंट गया था। सड़क हादसे में मृत महिला की पहचान नीतू देवी बेऊर थाना क्षेत्र के इंडियन गैस गोदाम स्थित चिलबिल्ली की रहने वाली बताई जा रही हैं।


कौन थी मृतिका….


मृतका के पति धर्मेंद्र चौधरी मुंगेर पुलिस लाइन में सिपाही के
पद पर तैनात हैं और वे पटना के पूर्व एसएसपी के बॉडीगार्ड
भी रह चुके हैं। इस संबंध में धर्मेंद्र ने बताया कि मुझे अचानक थाने से फोन आया कि आपकी पत्नी की सड़क हादसे में मौत हो गयी है। सूचना मिलते ही वह मुंगेर से पटना के लिए रवाना हो गये। मृतका की 14 वर्षीया बेटी व एक छोटा बेटा भी है जो पटना में ही पढ़ाई कर रहे हैं।

कब पहुंची प्रशासन…..

घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पत्रकार नगर, कंकड़बाग, रामकृष्णानगर, अगमकुआं और ट्रैफिक थाना की पुलिस घटनास्थल पर पहुंच गयी। घटना के बाद आक्रोशित लोगों ने सड़क को जाम कर दिया। बाइपास पर टायर जलाकर जमकर प्रदर्शन भी किया। लोगों ने कहा कि यहां आये दिन सड़क हादसे हो रहे हैं, बेलगाम दौड़ते वाहनों से केवल पैसा लेकर छोड़ दिया जाता है उसपर कार्रवाई नहीं की जाती है। घटना के बाद करीब तीन घंटे तक सड़क जाम रहा। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। चार थानों की पुलिस घंटों मशक्कत के बाद जाम को खाली करा पाई।

कैसे हुआ घटना…..

स्थानीय लोगों ने बताया कि बेऊर की ओर से स्कूटी से वह अगमकुआं की तरफ जा रही थी। इसी दौरान 90 फुट से आ रहे ऑटो ने स्कूटी को ओवरटेक करते हुए खेमनीचक मोड़ के पास खड़ा कर दिया, जिससे कि स्कूटी सवार महिला अनियंत्रित हो गयी और ऑटो में टक्कर मारने के बाद सड़क पर गिर गयी. पीछे से तेज रफ्तार से आ रहे ट्रक ने महिला को रौंद दिया. हादसे में महिला का सिर व पैर के मांस के टुकड़े सड़क पर पसर गये। स्कूटी सड़क किनारे गिर गयी। ट्रक को लोगों ने पकड़ लिया, लेकिन ड्राइवर फरार हो गया। आक्रोशित लोगों ने ट्रक में आग लगाने की कोशिश भी की।

पटना में जिस तरह से ऑटो का परिचालन होता है वह चिंतनीय है। चाहे पटना जंक्शन का रोड हो ,गांधी मैदान का या फिर राजेंद्रनगर और अन्य पटना के इलाको का ऑटो ड्राइवरों के रफ परिचालन के कारण आए दिन ऐसी घटनाएं सामने आते रहती हैं। राज्य की पुलिस बाइक पर सवार लोगो की चेकिंग तो करती है पर वह ऑटो रिक्शा के गलत परिचालन पर कोई प्रतिक्रिया नहीं देती। यही कारण है की आज ऑटो चालकों का परिचालन पूरी तरह अनियंत्रित हो चुका है।