पटना के थानेदार से बर्दाश्त नहीं हुई पद की गर्मी, शिकायत करने गई महिला को कहा अपशब्द।

राजधानी पटना के एक थानेदार का एक वीडियो वायरल हो रहा है। जिस वीडियो में थानेदार अपने पद की गर्मी दिखाते और अपशब्द कहते नजर आ रहें है। घटना सचिवालय थाने की बताई जा रही है। वीडियो में दिख रहा है कि आवेदन की रिसिविंग मांगने पर एक लड़की के साथ थानेदार अमर्यादित व्यवहार करते हैं। हाजत में बंद करने की धमकी देते हैं।

मामला मोबाइल छिनतई की एफआइआर के लिए दिए गए आवेदन की रिसिविंग मांगने से जुड़ा है। इधर सचिवालय डीएसपी काम्या मिश्रा का कहना है कि युवती ही पुलिसवालों से बदसलूकी कर रही थी।

वायरल वीडियो में लड़की कह रही है कि सचिवालय गेट नंबर दो के पास उसका मोबाइल किसी ने छीन लिया। इसी की शिकायत कराने वह थाने आई थी। युवती ने मोबाइल छीनने का आवेदन थाने में दिया। इसके बाद जब उसकी रिसीविंग मांगी तो थानेदार सीपी गुप्ता भड़क गए। लड़की ने जब रिसिविंग देने की जिद की तो वे इतने नाराज हो गए कि मर्यादा भूल गए। वे कहते हैं भागो यहां से फिर लड़की को अपशब्द कहना शुरू कर दिया। हवालात में बंद करने का आदेश पुलिसकर्मियों को दे दिया। इतना ही नहीं ये भी कहा कि अपने बाप को भी बुला लो तो कोई फर्क नहीं पड़ता।

वायरल वीडियो में एक महिला की आवाज सुनाई देती है, वह पूछती हैं, आपका इश्यू क्या है। इसपर लड़की कहती है देखिए न मैडम ये कैसे बात कर रहे हैं। ये बात करने का तरीका है क्या। फिर वह बताती है कि उसका मोबाइल चोरी हो गया है। रिसिविंग मांगने पर ये अपशब्द बोल रहे हैं। महिला अधिकारी ने बताया कि आवेदन दे दिया तो अब जांच होगी। रिसिविंग के लिए वेट करिए। आप बाहर जाइए। लड़की कहती है कि यही बात तो ये ठीक से बोल सकते थे न। बात करने का ये तो तरीका नहीं है न। बताया जाता है कि पीड़िता सचिवालय कर्मी है। वह अपनी एक सहकर्मी के साथ थाने गई थी। इस संबंध में पूछे जाने पर सचिवालय डीएसपी काम्या मिश्रा ने कहा कि मामला संज्ञान में है। थाने में ऐसी घटनाएं होती रहती हैं। युवती खुद पुलिसकर्मियों से बदतमीजी कर रही थी और उनका वीडियो बना रही थी।

बिहार के पटना में आए दिन मोबाइल स्नैचिंग की घटनाएं होते रहती हैं। जब ऐसी घटनाओं का शिकायत करने लोग थाने पहुंचते हैं तो कुछ थानेदार दिलासा देते हैं तो कुछ शिकायत करने वालो की ही गलती निकलने लगते हैं। कहते हैं रोड पे मोबाइल नही चलाते।

जगजाहिर है कि प्रशासन अगर अपना काम ईमानदारी से करता तो शायद बिहार की राजधानी पटना में ऐसी घटना ही न होती। पर पुलिस प्रशासन का ढीला रवैया राजधानी में अपराधियों के मनोबल को बढ़ावा दे रहे हैं। यही कारण है कि बिहार की राजधानी पटना में अपराधी निडर होकर आसानी से अपराध की घटना को अंजाम दे पा रहे हैं।