बिहार में खेल क्षेत्र को विकास की गति देने के लिए किया गया, पटना के बिहार म्यूजियम में स्पोर्ट्स कॉन्क्लेव 2022 का आयोजन।

पटना: ज्ञान की भूमि बिहार, जिसका विज्ञान शिक्षा चिकित्सा शासन कला और अध्यात्म के क्षेत्र में एक गौरवशाली इतिहास रहा है, लेकिन खेल के क्षेत्र में इसका शानदार अतीत आज भी कई लोगों के लिए अज्ञात तथ्य है। बिहार सरकार खेल और क्रीड़ा के क्षेत्र में अपने समृद्धशाली अतीत के गौरव को पुनर्जीवित करना चाहती है, साथ ही बिहार के युवाओं की छिपी प्रतिभा को पहचान कर उसके विकास हेतु संपूर्ण राज्य में एक आंदोलन के रूप में इसे विकसित करने के महान इरादे के साथ इसके लिए एक रोडमैप तैयार करने का प्रयास कर रही है।



बिहार राज्य खेल विकास प्राधिकरण (SDAB) को सरकार द्वारा चयनित प्राथमिकता वाले खेलों में प्रतिभाओं की पहचान करने और उनका पोषण करने की विशाल जिम्मेवारी सौंपी गयी है। जैसे कि एक आकार सभी से फिट नहीं होता इसलिए बिहार राज्य खेल विकास प्राधिकरण चाहती हैं की बिहार के युवाओं को उनके मानवशास्त्रीय गुण, जीन पूल एवं प्राकृतिक प्रतिभा के आधार पर चयनित कर उनके संवर्धन हेतु एक नीति तैयार करने के लिए उसका प्रारूप तैयार किया जाए। हालांकि कुछ खेलों एवं उसके लिए क्षेत्र विशेष की पहचान पहले से ही बिहार राज्य खेल विकास प्राधिकरण के द्वारा की गयी है, जहा क्षमता निहित है एवं जिसका उपयोग किया जा सकता है। किंतु हमें ऐसे व्यक्तियों के मार्गदर्शन की एवं समर्थन की आवश्यकता है, जिन्हें इस क्षेत्र विशेष में विशेषज्ञता प्राप्त है। वे हमें प्रतिभाओं की खोज एवं पोषण करने में मदद कर सकते हैं।



दो दिवसीय बिहार स्पोर्टस कॉन्क्लेव, चक दे बिहार-2028 माह अप्रैल 2022 के चतुर्थ सप्ताह में 28 एवं 29 अप्रैल को तय है ,जहां खेल प्रशासन, खेल प्रतिभा चयन, खेल अवसंरचना, खेल विज्ञान एवं वैज्ञानिक प्रशिक्षण के क्षेत्र के राष्ट्रीय अंतर्राष्ट्रीय स्तर के ख्याति प्राप्त विशेषज्ञों / पेशेवरों को विचार विमर्श एवं उनके अनुभव को साझा करने के लिए आमंत्रित किया गया है। जिसके आधार पर राज्य के लिए एक मजबूत खेल नीति तैयार करने में उनका मार्गदर्शन प्राप्त हो सके। इसका मुख्य उद्देश्य राज्य की अबतक की अप्रयुक्त प्रतिभाओं की पहचान कर इनका पोषण करना है, जिससे ये राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय पदक मंच तक पहुँच सकें, जिसका अंतिम लक्ष्य लॉस ऐंजेलेस 2028 ग्रीष्मकालीन औलम्पिक के लिए चयनित होने वाले भारतीय दल में अधिक से अधिक संख्या में राज्य के खिलाड़ीयाँ की प्रतिभागिता सुनिश्चित करना है एवं पदक प्राप्त करना है।



रविंद्रन शंकरण आ.पु.से., महानिदेशक बिहार खेल विकास प्राधिकरण के अनुसार “राज्य के खेल प्रतिभाओं को तराशने और यहां के खिलाडियों को राष्ट्रीय एवं अंतराष्ट्रीय खेल पर प्रतिनिधित्व के लिए तैयार करने की दिशा में बिहार स्पोर्ट्स कॉन्क्लेव राज्य सरकार का एक परिवर्तनकारी पहल है।



बिहार स्पोर्टस कॉन्क्लेव कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर अलोक रंजन,मंत्री कला, संस्कृति एवं युवा विभाग उपस्थित रहें। कार्यक्रम का उद्घाटन पूर्वाहन 10 बजे मंत्री के कर-कमलों द्वारा दीप प्रजव्वलित कर किया गया।