विकास के लिए जब तोड़े जा सकते है मंदिर फिर मस्जिद हटाने में नही होना चाहिए एतराज- गिरिराज सिंह

बीजेपी के फायर ब्रांड नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने सवाल उठाते हुए कहा है कि अगर विकास कार्यों के लिए मंदिर को तोड़ा जा सकता है या फिर स्थानांतरित किया जा सकता है तो मस्जिद और मजार को क्यों नहीं ? उन्होंने कहा कि अगर 6 माह के भीतर एनएच के रास्ते में पड़ने वाले मस्जिद को नहीं हटाया गया तो वह स्वयं आंदोलन करने को विवश होंगे। दरअसल अपने तीन दिवसीय दौरे पर सांसद गिरिराज सिंह बेगूसराय पहुंचे हैं जहां उन्होंने आज प्रेस को भी संबोधित किया।

उन्होंने कहा कि एनएचएआई के द्वारा लगातार सवाल उठाए जा रहे हैं और जिला प्रशासन को सूचित भी किया जा रहा है लेकिन एनएच फोरलेन के विस्तारीकरण में कई जगहों पर मस्जिद की बाधा सामने आ रही है। गिरिराज सिंह ने कहा कि मंदिरों को तो हटाया गया जिस पर कोई सवाल या बवाल नहीं हुआ लेकिन मस्जिद को हटाने में जिला प्रशासन सुस्त रवैया दिखा रही है और इसके लिए विकास कार्य बाधित है। उन्होंने बिहार में असदुद्दीन ओवैसी पर हमला बोलते हुए कहा कि आज नरेंद्र मोदी की सरकार में भारत में विकास की बयार बह रही है लेकिन असदुद्दीन ओवैसी जिन्ना के रास्ते पर भारत को ले जाना चाहते हैं लेकिन वह अपने मंसूबों में सफल नहीं हो सकेंगे।

गिरिराज सिंह ने बिहार के लॉ एंड ऑर्डर पर सवाल उठाते हुए कहा कि आज बेगूसराय ही नहीं पूरे बिहार में अपराधियों का बोलबाला हो गया है और अगर यही स्थिति रही तो 2005 से पूर्व वाले बिहार की पुनरावृति हो जाएगी और इसका श्रेय भी नीतीश जी के माथे ही जाएगा क्योंकि अभी लालू यादव मुख्यमंत्री नहीं है बल्कि नीतीश कुमार मुख्यमंत्री हैं और ताली अगर सरदार को मिलती है तो गाली भी सरदार को ही मिलेगी।

दरअसल केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह प्रेस वार्ता को संबोधित कर रहे थे और इस दौरान उन्होंने लगातार हो रहे विकास कार्यों को प्रेस के समक्ष रखा। गिरिराज सिंह ने कहा कि बेगूसराय में चाहे रिफाइनरी हो चाहे फ़र्टिलाइज़र हो या फिर एनटीपीसी हो केंद्र की सरकार ने बेगूसराय को औद्योगिक रूप में विकसित करने के लिए पचास हजार करोड़ से भी अधिक की राशि आवंटित की है जो अपने आप में एक मिसाल है।