देश भर में कोरोना के अलग-अलग वैरिएंट को लेकर लोगों के बीच दहशत का माहौल कायम है… वहीं, अब बिहार के भोजपुर जिले में एक ऐसी अज्ञात बीमारी फैल रही है, जिसकी चपेट में अब तक एक एक कर 11 बच्चे आ गए…

मामला चरपोखरी प्रखंड के नगरी गांव का है।

यहां इस अज्ञात बीमारी से 2 बच्चों की मौत हो गई है। वहीं 9 बच्चे अभी भी बीमार हैं। सभी बीमार बच्चों की उम्र 1 से 2 साल के बीच बताई जा रही है। हालांकि, डॉक्टर इसे खसरा करार दे रहे हैं। लेकिन अभी भी डाक्टरों की टीम कई बच्चों में दिख रहे लक्षणों की जांच में लगी है।

चरपोखरी के नगरी स्थित दलित टोला में पिछले पांच दिनों से फैली इस बीमारी की सूचना मिलते ही डाक्टरों की एक पूरी टीम टोले में मेडिकल कैम्प लगाकर बीमार बच्चों के उपचार में लगी है। डाक्टरों के मुताबिक, सभी बच्चे मीजल्स आउटब्रेक नामक बीमारी से ग्रसित हैं जिसे आम तौर पर लोग बड़ी माता या छोटी माता कहते हैं।

जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉक्टर संजय कुमार सिन्हा के मुताबिक, बीमार बच्चों के घरवालों ने जागरूकता के अभाव में डाक्टरों से संपर्क न करते हुए झाड़-फूंक से इलाज करना शुरू कर दिया, जिसकी वजह से दो बच्चों की मौत हो गई। फिलहाल, नगरी के दलित टोले में मौजूद प्रत्येक घर में स्वास्थ्य विभाग की टीम घूम-घूमकर सभी बच्चों के इलाज में जुटी है। इधर भोजपुर सिविल सर्जन के निर्देश पर बीमार बच्चों के इलाज के लिए आरा सदर अस्पताल में 8 बेड रिजर्व कर दिए गए हैं जहां एक बच्चे का इलाज भी चल रहा है।

उधर, अस्पताल में इलाज कराने आई एक बीमार बच्चे की मां रेशमी देवी ने बताया कि उनके बेटे ने अचानक से खाना पीना छोड़ दिया। इस बीमारी से ग्रसित होकर अब आंख भी नहीं खोल रहा है।

जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. संजय कुमार सिंह ने कहा कि प्रथम दृष्टया में ऐसा लग रहा है कि इस टोले में बच्चों को खसरा का टीका नहीं लगा था। जिसके कारण यह बीमारी एक के बाद एक अन्य बच्चों में फैली है। मेडिकल टीम मौके पर पहुंच  बच्चे का जांच कर बिमारी का पता लगाने में जुटी हुई है।