विश्व स्तनपान सप्ताह के मौके पर NSS, मगध महिला कॉलेज द्वारा स्तनपान जागरूकता कार्यक्रम किया आयोजित

आज विश्व स्तनपान सप्ताह के अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना, मगध महिला कॉलेज द्वारा स्तनपान के लिए जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर डॉ० प्रतिमा (Gynecalogist NMCN) ने विशेष रूप से स्तनपान विषय पर प्रकाश डाला। उन्होंने अपने व्याख्यान में माँ की दूध में पाए जाने वाले तत्व किस प्रकार बच्ची के लिए एवं स्तनपान कराने एवं माता के लिए फायदेमंद है विस्तृत जानकारी दी माँ के दूध में उपस्थित Colostrum से शिशु में प्रतिरक्षण तंत्र को मजबूती मिलती है। प्रथम दूध से Immunty एवं 6 सप्ताह शिशु को Antcbodies प्राप्त होता है। स्तनपान कराने वाली माता में हृदय रोग 10%, Breast Cancer 28% एवं Arhritis का खतरा 50% तक कम हो जाता है।

बच्चों का Immune system मजबूत हो जाने से शिशु मृत्युदर 20 % कम हो जाता है। पाचनतंत्र मजबूत होता है जिससे संक्रमण 64% तक कम हो जाता है। श्वसनतंत्र संबंधी संक्रमण 72 % तक कम हो जाता है। शिशु स्तनपान के 6 सप्ताह बाद एन्टीबॉडी मिलता है। 3 माह बाद कैलोरी बहुत बढ़ जाती है। 6 माह बाद दूध के ओमेगा एसिड बढ़ जाता है। जिससे बच्चों के मस्तिष्क विकास में मदद मिलती है। 12 माह बाद कैलोरी और ओमेगा एसिड के स्तर बढ़ने से मासपेशियों और दिमाग के विकास में सहायता मिलती है। छात्राओं द्वारा किए गए प्रश्नों एवं समस्याओं का भी डॉ० प्रतिमा द्वारा सामाधान करते हुए महत्वपूर्ण सुझाव दिया गया।

प्राचार्या प्रो० (डॉ०) शशि शर्मा ने स्तनपान के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा है कि स्तनपान करने वाले शिशु में रोगप्रतिरोधक क्षमता अन्य बच्चों की तुलना में ज्यादा होती है और स्तनपान कराने वाली माता मी स्वत्व रहती है। उन्होंने कहा स्तनपान कराने से शिशु एवं माता के बीच एक conectivity बनती है जो दोनों को एक दूसरे से भावनात्मक रूप से जोड़ने का काम करती है। प्रो० (डॉ०) सुहेली मेहता ने कहा की स्तनपान करने वाले बच्चे मानसिक व शारीरिक रूप से मजबूत होते है। प्रो० (डॉ०), कुमारी रूपम ने कहा माँ के दूध अमृत के समान है और इसके महत्त्व पर प्रकाश डाला। प्रो० रंजना यादव ने कार्यक्रम को सफल बनाने में विशेष योगदान दिया साथ ही NSS एवं cabinet की छात्राए विशेष रूप से पल्लवी, श्रेया, काजल एवं ऋषिका का विशेष सहयोग रहा।