भारत-चीन के बीच तनाव बरकरार, जम्मू कश्मीर सरकार ने दो महीने के लिए एलपीजी स्टॉक करने का दिया आदेश

लद्दाख के गलवान घाटी में हिंसक झड़प के बाद से ही भारत और चीन के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है. इस हिंसक झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे. तभी से सीमा पर तनाव जारी है. दोनों देशों के सैन्य अधिकारियों के बीच कई दौर के वार्ता के बाद भी मामला शांत नहीं हुआ. इस बीच जम्मू कश्मीर सरकार के आदेश के बाद वहां के लोगों में चिंता और बढ़ गई है. दरअसल, जम्मू कश्मीर में सरकार ने दो महीने के लिए एलपीजी सिलेंडर का स्टॉक करने का आदेश दिया है. इसके अलावा सुरक्षाबलों के लिए स्कूल को खाली करने का आदेश भी दिया गया है.

स्कूल को खाली करने का आदेश

सीमा पर दोनों देशों के तनाव के बीच अब जम्मू कश्मीर सरकार ने दो अलग-अलग आदेश जारी किए हैं. जिसके कारण वहां के लोगों में चिंता बढ़ती हुई दिखाई दे रही है. इनमें एक आदेश में कश्मीर में लोगों से कम से कम दो महीने के लिए एलपीजी सिलेंडर का स्टॉक करने के लिए कहा गया है. इसके अलावा जम्मू कश्मीर सरकार की ओर से एक दूसरा आदेश भी जारी किया गया है. दूसरे आदेश में गांदरबल में सुरक्षाबलों के लिए स्कूल की इमारतों को खाली करने के आदेश दिए गए हैं. कश्मीर में गांदरबल जिला लद्दाख के कारगिल से सटा हुआ है.

आदेश को ’मोस्ट अर्जेंट मैटर’ के रूप में वर्णित किया गया

जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल के सलाहकार ने एक बैठक में घाटी में एलपीजी के पर्याप्त स्टॉक को सुनिश्चित करने के लिए दिशानिर्देश दिए हैं क्योंकि भूस्खलन के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग बंद होने के कारण आपूर्ति प्रभावित हो सकती है. इस आदेश को ’मोस्ट अर्जेंट मैटर’ के रूप में वर्णित किया गया है. खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ताओं के निदेशक के जरिए पारित आदेश में तेल कंपनियों से स्पष्ट रूप से कहा गया है कि वे रसोई गैस के पर्याप्त स्टॉक उपलब्ध कराएं, जो दो महीने तक रह सकें. आमतौर पर अत्यधिक सर्दियों की परिस्थितियों के दौरान इस तरह के आदेश दिए जाते हैं, जब बर्फ या भारी बारिश के कारण सड़क ब्लॉक होने का गंभीर खतरा होता है. हालांकि गर्मियों के वक्त में ऐसा आदेश आने पर कई सवाल खड़े होते हैं.