
कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वैरिएंट के संक्रमण का साया नए साल के जश्न पर भी साफ पड़ता दिखने लगा है. ओमिक्रॉन के तेजी से फैलाव को देखते हुए बिहार सरकार के गृह विभाग ने 31 दिसंबर से 2 जनवरी तक प्रदेश के सभी पार्क को बंद करने की घोषणा की है. इसका उद्देश्य भीड़ को इकट्ठा होने से रोकना है.नए साल के जश्न पर जुटने वाली भीड़ और कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वैरिएंट के फैलाव के खतरे को देखते हुए बिहार की नीतीश सरकार ने बड़ा फैसला किया है. प्रदेश के गृह विभाग ने 31 दिसंबर से 2 जनवरी तक राज्य के सभी पार्क को बंद करने का ऐलान किया है. सरकार ने यह फैसला ओमिक्रॉन के प्रसार को रोकने के लिए किया है. दूसरी तरफ सरकार के इस फैसले से नए साल का जश्न किसी पार्क या जैविक उद्यान में मनाने की योजना बनाने वालों को झटका लगा है. सरकार के इस फैसले से पहले संजय गांधी जैविक उद्यान में बड़े पैमाने पर बुकिंग कराने की बात सामने आई थी.आमतौर पर नए साल के मौके पर पार्कों में बड़ी तादाद में जोग जाते हैं. गृह विभाग के फैसले से ऐसे लोगों के बीच मायूसी फैल गई है. दरअसल, बिहार में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, ऐसे में ओमिक्रॉन वैरिएंट का खतरा भी बढ़ गया है. इसे देखते हुए बिहार सरकार के गृह विभाग ने 31 जनवरी से 2 जनवरी तक सभी पार्कों को पूरी तरह से बंद रखने का निर्देश जारी किया है. आपदा प्रबंधन समूह की बैठक के बाद पार्कों को बंद करने का फैसला लिया गया. गृह विभाग ने निर्देश जारी करते हुए बताया कि कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए नए साल की पूर्व संध्या यानी 31 दिसंबर से 2 जनवरी तक सार्वजनिक स्थलों पर भीड़ लगने की संभावना को देखते हुए पार्कों को बंद करने का फैसला लिया गया है.
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