बिहार: बिना मास्क के दिखे तो खैर नहीं, जानिए राज्य सरकार के नए कानून।

बिहार में लगातार बढ़ रहे कोरोना के मामलो को देखते हुए तथा इस महामारी पर अंकुश लगाने के लिए राज्य सरकार आज से सख्त कदम उठाने जा रही है। कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए जो पाबंदियां राज्य सरकार के द्वारा लगाई गई हैं उसे आज से 3 दिनों तक विशेष अभियान के रूप में चलाने का फैसला लिया गया है।

बुधवार को हुई क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक में इस विषय पर अहम फैसला लिया गया है। राज्य के मुख्य सचिव आमिर सुबहानी ने सभी जिलों के डीएम, एसएसपी और एसपी को यह निर्देश दिया है कि वह राज्य सरकार द्वारा जारी किए गए प्रतिबंधों को कड़ाई के साथ राज्य के सभी क्षेत्रों में लागू करें।

आपको बता दें कि बिहार में कोरोना के बढ़ते प्रभाव को रोकने के लिए 4 जनवरी से पाबंदियां लगाई गई थी। इसके बावजूद राज्य में उस तरह की सख्ती देखने को नहीं मिली जैसा सरकार को उम्मीद थी। हालांकि अभी सरकार ने पाबंदियों में कोई इजाफा तो नहीं किया है लेकिन सूबे के अधिकारियों को पहले जारी प्रतिबंधों को सख्ती के साथ लागू करने का आदेश जरूर दिया है। मुख्य सचिव आमिर सुबहानी ने कहा है कि कोरोना के केसों को देखते हुए प्रतिबंध को सख्त तरीके से लागू किया जाना आवश्यक है। आज से 3 दिन तक पूरे राज्य में राज्य सरकार की तरफ से विशेष अभियान चलाया जाएगा।

विशेष अभियान के तहत अधिकारियों की नजर बाजार पर ज्यादा सख्त रहनेवाली है। प्रशासन दुकानों, अस्पतालों और अन्य भीड़भाड़ वाले जगहों पर प्रतिबंधों और नियमों की जांच करेगा। अगर कोई राज्य सरकार द्वारा तय प्रतिबंधों और नियमों का उल्लंघन करता है तो वहां पर मौजूद अधिकारी उस व्यक्ति के खिलाफ तत्काल एक्शन लेंगे। मास्क नहीं पहने वाले लोगों के खिलाफ भी पटना प्रशासन सख्त एक्शन लेने की तैयारी में है। पटना में इसके लिए सड़को पर वाहन चेकिंग अभियान और बाजारों में मास्क की चेकिंग अभियान चलाया जाएगा। धावा दल को निरंतर काम करने के लिए कहा गया है। जिला प्रशासन को यह निर्देश दिया गया है कि वह तत्काल टीम का गठन करें और यह भी सुनिश्चित करें कि हर हाल में जो गाइडलाइन है उसका पालन किया जाए।

गौरतलब है कि राज्य में बीते 24 घंटो में कोरोना मरीजों का कुल आंकड़ा 7 लाख को पार कर गया है। वहीं बात करें पटना में बीते 24 घंटो में कोरोना के नए मरीजों की तो राज्य में एक दिन में कुल 6413 नए कोरोना मरीज मिलें हैं। जो अबतक राज्य में मिलने वाले सभी आंकड़ों में बहुत ज्यादा है। कोरोना के बढ़ते मामले राज्य सरकार को डराने लगे हैं। यही कारण है कि राज्य सरकार कड़े फैसले लेने को मजबूर नजर आ रही है।