जनता के सेवक कहे जाने वाले कानूनी व्यवस्था के नुमाइंदों का दिखा क्रूर रूप, मंत्री के बुलाने पर मिलने पहुंचे सहायक अभियंताओं पर पुलिस ने चलाई लाठियां।

योजना एवं विकास विभाग में चयन के बाद भी नियुक्ति नहीं होने की शिकायत करने मंत्री के आवास पर पहुंचे सहायक अभियंताओं को सोमवार को पुलिस के रोष का सामना करना पड़ा। असिस्टेंट इंजीनियरों का आरोप है कि मंत्री ने खुद उन्हें मिलने के लिए बुलाया था। लेकिन जब तक मंत्री से मिलने जाते वहां अभ्यर्थियों को पुलिस ने गंदी गालियां दीं। लाठीचार्ज भी कर दिया। एक महिला अभ्यर्थी का मोबाइल भी तोड़ दिया गया। इस दौरान वहां अफरातफरी मच गई। पुलिस ने एक अभ्यर्थी को हिरासत में भी लिया है।

अन्य विभागों में हो चुकी है चयनित अभ्यर्थियों की बहाली।

असिस्टेंट इंजीनियरों का कहना था कि सहायक अभियंताओं की बहाली के लिए बिहार लोकसेवा आयोग ने विज्ञापन (BPSC AE 02/17) निकाला था। उसमें अंतिम परिणाम 14 जुलाई 2021 को जारी हुआ। फिर छह महीने के इंतजार के बाद विभाग का बंटवारा कर हमें 31 दिसंबर 2021 को योजना एवं विकास विभाग दिया गया। अन्य विभागों में चयनित अभ्यर्थियों की बहाली भी की जा चुकी है लेकिन योजना एवं विकास विभाग अब तक कन्फ्यूजन की स्थिति में है ।

मंत्री से जवाब मांगने गए तो मिली पुलिस की गालियां और लाठियां।

उन्होंने कहा कि मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने आश्वासन दिया था कि चार दिनों में हमारी ज्वाइनिंग हो जाएगी। लेकिन 10 दिन हो गए। अभी तक हमलोगों की ज्वाइनिंग नहीं हुई। इसी को लेकर आज चयनित अभ्यर्थी मंत्री से मिलने आए थे। उनके कार्यालय से चार लोगों को आने का बुलावा भी भेजा गया था। इसी दौरान पुलिस आई और सभी को गालियां देने लगी। वीडियो बनाने पर महिला अभ्यर्थी का मोबाइल छीन लिया। कुछ युवकों को पुलिस ने बेरहमी से पीटा भी। एक को सचिवालय थाने की पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। मंत्री से जवाब की जगह हमें लाठियां मिली हैं। क्या गजेटेड अफसरों से ऐसा ही व्यवहार सरकार करती है। इधर सचिवालय थानेदार सीपी गुप्ता ने बताया कि पुलिस ने एक अभ्यर्थी को निरोधात्मक कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार किया है। उससे बांड भरवा कर छोड़ा जाएगा। वैसे वरीय अधिकारियों के निर्देश पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।