योगी के दिल्ली दौरे ने बढ़ा दी भाजपा में अंदरूनी हलचल: उत्तर प्रदेश में चुनाव के पहले अलग पूर्वांचल राज्य के गठन की अटकलें तेज

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले बीजेपी में अंदरूनी हलचल तेज है। उत्तर प्रदेश में भी मंत्रिमंडल विस्तार और फेरबदल की अटकलें हैं। इन अटकलों को इसलिए मिल रही है क्योंकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दो दिनों से राजधानी दिल्ली में थे और इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से लेकर शाह और नड्डा से मुलाकात कर लंबी चर्चा की। नेताओं के बीच यूपी की सरकार से लेकर संगठन तक पर चर्चा हो रही है लेकिन इस बीच जो नई खबर सामने आ रही है उसके मुताबिक यूपी में बीजेपी के अंदर मौजूदा खींचतान की असल वजह अलग पूर्वांचल राज्य हो सकता है। विधानसभा चुनाव के पहले यूपी से अलग पूर्वांचल राज्य के गठन को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं।

यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिले। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात के बाद यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट किया। सीएम योगी ने ट्विटर पर लिखा कि माननीय राष्ट्रपति आदरणीय श्री राम नाथ कोविन्द जी से आज राष्ट्रपति भवन, नई दिल्ली में शिष्टाचार भेंट की। अपना अमूल्य समय प्रदान करने के लिए आदरणीय राष्ट्रपति जी का हृदयतल से आभार।

इससे पहले सीएम योगी ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात करी। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात के बाद यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट किया। सीएम योगी ने ट्विटर पर लिखा कि आज आदरणीय राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री @JPNadda जी से नई दिल्ली में शिष्टाचार भेंट कर विभिन्न विषयों पर उनका मार्गदर्शन प्राप्त किया। अपनी व्यस्त दिनचर्या से मुझे समय प्रदान करने के लिए आदरणीय अध्यक्ष जी का कोटिशः आभार।

इससे पहले यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ शुक्रवार सुबह करीब 11 बजे प्रधानमंत्री आवास पहुंचे, जहां पर  यूपी में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पीएम आवास में सीएम योगी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच बैठक हुई। दोनों के बीच तकरीबन 80 मिनट तक बात हुई। दोपहर सवा बारह बजे यूपी सीएम प्रधानमंत्री आवास से बाहर आए।

पीएम मोदी से मुलाकात के बाद यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट किया।

सीएम योगी ने ट्विटर पर लिखा कि ”आज आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से नई दिल्ली में शिष्टाचार भेंट एवं मार्गदर्शन प्राप्ति का सौभाग्य प्राप्त हुआ. अपनी व्यस्ततम दिनचर्या से भेंट के लिए समय प्रदान करने व आत्मीय मार्गदर्शन करने हेतु आदरणीय प्रधानमंत्री जी का हृदयतल से आभार।”

इससे पहले संगठन और सरकार में बदलाव को लेकर लग रहे कयासों को विराम देते हुए केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने सीएम योगी के साथ लंबी बैठक की। यूपी में करीब एक महीने से योगी सरकार के खिलाफ पार्टी के भीतर से ही विरोध के सुर उभर रहे हैं। ऐसे में योगी का दिल्ली आना और शाह, पीएम और पार्टी के बड़े नेता से मुलाकात काफी अहम है।

दिल्ली में योगी की मैराथन बैठक को देखते हुए यूपी में कैबिनेट विस्तार होना तय माना जा रहा है।

गौरतलब है कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान यूपी सरकार को कई बार आलोचना का सामना करना पड़ा है। ऐसे में अब अगले साल होने वाले चुनाव से पहले बीजेपी तैयारियों में जुट गई है। बीते दिन ही अमित शाह से अनुप्रिया पटेल, संजय निषाद ने भी मुलाकात की, ऐसे में बीजेपी की ओर से यूपी में अपने सहयोगियों पर भी फोकस किया जा रहा है।

वहीं बीजेपी के अंदर खाने से जो नई खबर सामने आ रही है उसके मुताबिक भी यूपी में अलग पूर्वांचल राज्य के गठन को लेकर केंद्र सरकार विचार कर रही है। अगर ऐसा हुआ तो पूर्वांचल के लगभग 25 जिले इस नए राज्य में शामिल हो सकते हैं। लगभग 125 विधानसभा सीटें इस नए राज्य का हिस्सा होंगी। खास बात यह है कि योगी आदित्यनाथ का गढ़ माने जाने वाले गोरखपुर को भी नए राज्य का हिस्सा बनाया जाएगा। योगी आदित्यनाथ फिलहाल इस बात को लेकर सहमत नहीं दिख रहे हैं। आपको बता दें कि अलग पूर्वांचल, बुंदेलखंड और हरित प्रदेश की मांग लंबे अरसे से चलती नहीं है हालांकि पूर्वांचल के विकास के लिए योगी आदित्यनाथ ने 28 जिलों का चयन किया था और उस पर काम भी किया गया है लेकिन अगर बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व वाकई अलग पूर्वांचल राज्य बनाने की दिशा में आगे बढ़ना चाहता है तो योगी इस राह में सबसे बड़ी दीवार होंगे। जानकार सूत्र बता रहे हैं कि उत्तर प्रदेश के अंदर मौजूदा विवाद किसी मसले को लेकर है। ऐसे में प्रधानमंत्री मोदी के साथ योगी आदित्यनाथ की यह मुलाकात बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है।