पटना: ‘इंडिया’ गठबंधन की चौथी बैठक के बाद नाराज बिहार के सीएम नीतीश कुमार को मनाने के लिए चर्चा है कि नीतीश की अहम भूमिका को देखते हुए गुट का संयोजक बनाया जा सकता है। इस पर जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने कहा कि जबसे महागठबंधन बना है, उस दिन से मेरा बयान देख लीजिए कि मैंने साफ कहा कि इसका राष्ट्रीय राजनीति पर कोई महत्व नहीं है। जो विपक्ष की राजनीति है उसमें सबसे बड़ा दल कांग्रेस है, हारे या जीते ये अलग बात है। दूसरा टीएमसी है और तीसरे नंबर पर डीएमके है। जदयू को कौन पूछ रहा है और ये तो अपने मुंह मियां मिट्ठू बनने वाली बात है। लालू यादव ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नीतीश कुमार बनेंगे। जिस पार्टी का जीरो सांसद है, वो बता रहा है कि देश का प्रधानमंत्री कौन होगा। जिसके अपने दल के सिर्फ 42 विधायक हैं, वो बता रहा है कि देश का नेता कौन होगा?
दरभंगा में जन संवाद के दौरान प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि बिहार के लोगों को नीतीश कुमार बहुत बड़े तोप दिखते हैं। 42 विधायकों की लंगड़ी सरकार चलाने वाले दल के नेता, जो कभी उछलकर कमल के साथ, तो कभी लालटेन के साथ चले जाते हैं। जिसको खुद भरोसा नहीं है कि कब वह कहां रहेगा, उसको देश में कौन नेता बना रहा है, इस बारे में सिर्फ के लोगों को ही पता है। जो देश का सबसे गरीब और पिछड़ा राज्य है, जो बेरोजगारी और पलायन के लिए पूरे देश में जाना जा रहा है। उस राज्य के नेता को दूसरे राज्य के लोग और नेता मान जाएंगे कि आइए महाराष्ट्र को बिहार बना दीजिए या तमिलनाडु को बिहार बना दीजिए।
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