पूर्णिया के बहुचर्चित दलित नेता शक्ति मल्लिक हत्याकांड में तेजस्वी-तेजप्रताप सहित 6 राजद नामजद नेताओं को पुलिस द्वारा क्लिन चिट दिये जाने के बाद तेजस्वी यादव ने मीडिया से बातचीत में ये कहा कि जदयू की प्लानिंग हमें बदनाम करने की थी। मेरे और मेरे भाई का नाम किसके दबाव में जोड़ा गया यह स्पष्ट करने की जरूरत है। बेरोजगारी के मुद्दे पर नीतीश कुमार हमेशा चुप क्यों रहते हैं ? हम पलायन रोकना चाहते हैं तो हमपर चरित्रहनन का आरोप लगाने का काम नीतीश कुमार करते हैं। जदयू और एनडीए के लोगों ने बेवजह इसे प्रचारित किया। संबित पात्रा ने दिल्ली में पीसी करके हमपर आरोप लगाये। मैं ये कहना चाहता हूं कि नीतीश कुमार और एनडीए के लोग जिन्होंने ये काम किया है, वो माफी मांगें वर्ना मुकदमा करेंगे। उन्होंने आगे कहा कि जिस टेलिफोन नंबर का जिक्र किया गया है, वह फिलहाल वन विभाग के नाम एलॉट था। सत्ता में बैठे लोग हीं ये काम करवा रहे हैं। इससे पहले भी वन विभाग में मिट्टी घोटाले का आरोप मेरे भाई पर लगाया गया था। लेकिन जनता सबकुछ जानती है।
क्या था मामला ?
बहुचर्चित दलित नेता शक्ति मलिक हत्याकांड को लेकर एसपी विशाल शर्मा ने बड़ा खुलासा किया है. एसपी ने कहा कि इस हत्याकांड में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव समेत सभी नामजद छह राजद नेताओं का कोई हाथ नहीं है. उन्होंने कहा कि इस मामले में शामिल मुख्य अभियुक्त आफताब समेत सात अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. एसपी ने उस सीसीटीवी फुटेज को भी दिखाया जिसमें हत्या के बाद अपराधी भाग रहे थे. जबकि गिरफ्तार अभियुक्तों के पास से पुलिस ने चार देशी कट्टा, एक पिस्तौल और चाकू भी बरामद किया है.
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