बालू माफियाओं से सांठगांठ वाले अधिेकारियों के खिलाफ ईओयू की बड़ी करवाई, घर जमीन के 15 दस्तावेज, मिले बैंक खातों में लाखों रुपए जमा

crime scene do not cross signage

बालू माफियाओं से साठगांठ में फंसे पुलिस अधिकारियों के साथ भ्रष्ट लोक सेवकों के खिलाफ आर्थिक अपराध इकाई की कार्रवाई जारी है। मंगलवार को ईओयू ने सहार के तत्कालीन थानेदार आनंद कुमार सिंह और औरंगाबाद के जिला कल्याण कार्यालय के प्रधान लिपिक अमरेश राम के ठिकानों पर छापेमारी की।

इस दौरान लिपिक के पास मिली चल-अलच संपत्ति देख अधिकारी हैरान रह गए। अमरेश राम के घर जमीन के 15 दस्तावेज मिले जबकि उनके बैंक खातों में लाखों रुपए जमा पाया गया।

85 लाख की अचल संपत्ति और बैंक में जमा हैं 23 लाख : ईओयू के मुताबिक अमरेश राम ने अपने पद का भ्रष्ट दुरूपयोग कर अकूत संपत्तियां बनाई है। औरंगाबाद में आलीशान मकान के निर्माण के अलावा 14 भूंखड की खरीद पर 85,58,000 रुपए खर्च किया गया। हालांकि घर की तलाशी 15 भूखंडों के निबंधन से जुड़े कागजात पाए गए। वहीं बैंकों में 22,98,320 रुपए जमा है। इन बैंक खातों में विभिन्न तिथियों को 36,50,000 रुपए नगद में जमा किए गए। ईओयू को 5 गाड़ियां खरीदने की बात सामने आई है जिसमें 19,50,000 की एक एक गाड़ी भी है। ईओयू के मुताबिक अमरेश राम की अनुमानित आय 95 लाख रुपए है वहीं इनके पास 1,21,30,470 रुपए की आय से ज्यादा संपत्ति पाई गई। यह ज्ञात श्रोतों से 127.68 प्रतिशत अधिक है। औरंगाबाद के जमहौरा के रामपुर स्थित पैतृक घर के साथ ही औरंगाबाद शहर के ब्रह्मस्थान वार्ड न.13 के मकान और कार्यालय की तलाशी में कई कागजात मिले हैं जिसका आकलन किया जा रहा है। वह पहले मदनपुर में प्रखंड नाजिर, जिला नजारत शाखा और स्थापना शाखा में पदस्थापित रहे हैं।

थानेदार ने पत्नी के नाम पर खरीदे तीन भूखंड

ईओयू ने बालू माफियाओं के साथ साठगांठ में फंसे भोजपुर के सहार के तत्कालीन थानेदार आनंद कुमार सिंह के दो ठिकानों की भी तलाशी ली। अधिकारियों के मुताबिक आनंद कुमार सिंह 2009 बैच के सीधे नियुक्त सब-इंस्पेक्टर हैं। इन्होंने पत्नी के नाम पर पटना में तीन भूखंड खरीद रखा है। मौजा जलालपुर के अर्पणा कॉलोनी में एक कट्ठा जमीन पर वह जी प्लस थ्री मकान का निर्माण कर रहे थे। इसकी कीमत 53 लाख से अधिक आंकी गई है। वहीं परसा बाजार के रहिमपुर में 15 धुर 14 धुरकी जबकि नत्थुपुर में 10 धुर 10 धुरकी का एक प्लॉट है। इनकी अचल संपत्ति 67.30 लाख की है जबकि चल संपत्ति 13,56,700 रुपए की पाई गई। ईओयू के मुताबिक आनंद की कुल अनुमानित आय 78,60,000 है जबकि इनके पास आय से 47,71,054 रुपए की मिली है। ईओयू ने आनंद के बाढ़ के सहरी स्थित पैतृक घर और रूपसपुर के अर्पणा कॉलोनी स्थित किराए गए मकान की तलाशी ली।

बालू माफियाओं की मदद को ले दर्ज है केस

आनंद कुमार सिंह जब सहार के थानेदार थे तब माफियाओं को सहयोग करने को लेकर इनके खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया था। सहार थाना कांड संख्या- 123/21 में उनपर भी विभिन्न धाराओं में केस दर्ज है। सहार के अलावा वह भोजपुर व औरंगाबाद के कई थानों में पदस्थापित रहे हैं।

कई शाखाओं में पदस्थापित रहे अमरेश

अमरेश राम कई शाखाओं में पदस्थापित रहे थे। कलेक्ट्रेट में स्थापना और सामान्य शाखा में उन्होंने काम किया था। कल्याण विभाग में वे काफी समय से पदस्थापित थे। डीपीआरओ कृष्णा कुमार ने बताया कि जिला प्रशासन के पास उनसे संबंधित कोई शिकायत नहीं आई थी। आर्थिक अपराध इकाई के द्वारा छापेमारी करने की सूचना मिली है। निर्देश के बाद कोई कदम उठाया जाएगा। उन्होंने बताया कि उनके बारे में अन्य कोई जानकारी उनके पास नहीं है।