कोरोना के नियमों के पालन हेतु सक्रिय दिख रही है प्रशासन, कोरोना प्रोटोकॉल को तोड़ने की कोशिश की तो आपके खिलाफ होगी सख्त करवाई।

कोविड का बढ़ता मामला हर किसी को डराने लगा है। गरीब हो या मध्यम-वर्गीय परिवार कोरोना के बढ़ते मामलों से हर कोई भयभीत है। भय इस बात का नही की कोरोना से जान चली जायेगी बल्कि भय इस बात का है कि कोरोना से उनके परिवार के पेट पर कहीं फिर से मार न पड़ जाए। देश के लोगो ने लंबा लॉकडाउन का मंजर देखा है जिसमे कई परिवार आर्थिक तंगी के कारण टूट गये थे। कोरोना की रफ्तार पर देश काबू पा ही रहा था पटरी से उतरी जिंदगी पटरी पर लौटने ही वाली थी कि फिर कोरोना का रफ्तार बेकाबू होने लगा। ऐसे में हर कोई अपने भगवान, रब और खुदा से यही दुआ कर रहा है कि जल्द इस महामारी का अंत हो जाए। जिसके लिए समाज के कई नागरिक सावधानी तो बरत ही रहे हैं साथ ही प्रशासन भी बचाव तथा कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन सुनिश्चित कराने हेतु तत्पर दिख रहा है। अधिकारियों के द्वारा जांच की कार्रवाई लगातार जारी है। जांच के दौरान आज अनुमंडल पदाधिकारी पटना सदर द्वारा बोरिंग केनाल रोड में दो दुकानों को कोविड मानक के उल्लंघन करने के कारण 5 दिनों के लिए सील कर दिया गया । अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा दोनों दुकानों को नोटिस देते हुए 24 घंटे के अंदर स्थिति स्पष्ट करने का निर्देश दिया है कि क्यों ना उनके व्यवसाय संचालित करने की अनुमति को रद्द कर दिया जाए। बोरिंग कैनाल रोड पटना स्थित मिश्रा ऑप्टिकल एवं जी सुपर मार्केट को कोविड मानक के उल्लंघन करने के कारण सील किया गया है। उनके विरुद्ध महामारी अधिनियम 1897 ,आपदा अधिनियम 2005, तथा भारतीय दंड संहिता की सुसंगत धाराओं के तहत कार्रवाई की गई है। दुकानों, वाहनों एवं सार्वजनिक स्थलों पर मास्क चेकिंग तथा कार्रवाई करने का अभियान लगातार जारी है।

सरकार और अधिकारियों के लगातार प्रयास के बाद भी कुछ लोग कोरोना के नियमो की धज्जियां उड़ाने से नहीं हिचक रहे। ऐसे लोगो के खिलाफ प्रशासन की ऐसी करवाई काबीले तारीफ है। प्रशासन के इस कदम से समाज में कोरोना के नियमों का पालन होगा। जिससे निश्चित ही कोरोना की बढ़ती रफ्तार पर ब्रेक लगेगा।