नीतीश सरकार का सराहनीय कदम, बालिका गृह में रहने वाली 41 लड़कियों को अपने खर्चे पर दूसरे राज्य भेज, राज्य सरकार करेगी उन्हें आत्मनिर्भर।

राज्य की बालिका गृह में रहने वाली 41 लड़कियों को बेंगलुरु स्थित यूरेडियन एकेडमी में होटल मैनेजमेंट की शिक्षा व ट्रेनिंग के लिए भेजा जायेगा। इन लड़कियों का चयन विभाग के माध्यम से कर लिया गया है। समाज कल्याण विभाग ने बालिका गृह में रहने वाली लड़कियों को आत्मनर्भिर बनाने के लिए देश के विभन्नि राज्यों में शिक्षा व ट्रेनिंग के लिए तैयारी पूरी कर ली है, जिसकी शुरुआत मंगलवार को होना है।

30 और लड़कियों को नये वर्ष में भेजने की तैयारी
वहीं, 30 और लड़कियों को नये वर्ष में भेजने की तैयारी भी की गयी है, ताकि लड़कियां बाहरी दुनिया को देख सकें और खुद के पैरों पर खड़ा हो सकें। ट्रेनिंग के बाद तीन साल तक हर माह मिलेंगे दो-दो हजार रुपये बेंगलुरु होटल मैनेजमेंट के लिए गयीं लड़कियों को ट्रेनिंग पूरी करने के बाद तुरंत प्लेसमेंट मिले इसकी पूरी व्यवस्था की गयी है।

समाज कल्याण विभाग ने प्रस्ताव तैयार
वहीं, समाज कल्याण विभाग ने प्रस्ताव तैयार किया है कि ट्रेनिंग पूरी करने के बाद राज्य सरकार की ओर से इन लड़कियों को हर माह तीन साल तक दो-दो हजार मिल सके, ताकि उनके जीवनयापन में और मदद हो सके। इसके लिए विभाग ने तैयारी पूरी कर ली है. लड़कियां स्वाबलंबी हो सकें इसके लिए सरकार हर प्रयास कर रही है। होम में रहनेवाली लड़कियों का इस पहल से जीवन संवर सकेगा।

निगरानी के लिए अधिकारियों को भेजा जायेगा बेंगलुरु
रिमांड होम की लड़कियां पहली बार ट्रेनिंग के लिए अकेले दूसरे राज्य में गयी हैं। ऐसे में समाज कल्याण विभाग ने निर्णय लिया है कि इनकी निगरानी के लिए एक महिला अधिकारी को वहां भेजा जायेगा। जहां वह लड़कियों से बात करेंगी और विभाग को रिपोर्ट करेंगी



पहले भी प्रशिक्षण ले चुकी हैं लड़कियां
वहीं, महिला अधिकारियों को यह भी जिम्मेदारी दी गयी है कि वे साप्ताहिक सभी लड़कियों से वीडियो कॉल कर बात करें, ताकि उन्हें वहां किसी तरह की परेशानी नहीं हो और वह खुद को अकेला महसूस नहीं करें। बिहार सरकार ने इससे पहले भी कई लड़कियों को इस प्रकार का प्रशिक्षण देकर विभिन्न जगहों पर रोजगार के अवसर मुहैया कराया है।