सुधरने लगी बिहार में शिक्षा की दशा राजधानी से हुई शुरुवात, पटना जिलाधिकारी ने कहा… विद्यार्थियों को गुणवतापूर्वक शिक्षा सुलभ कराना प्रशासन की सर्वाेच्च प्राथमिकता



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पटना, गुरूवार, दिनांक 17 नवम्बर 2022ः *जिला पदाधिकारी, पटना-सह-अध्यक्ष, विद्यालय प्रबंध समिति, राजकीय उच्च विद्यालय, कंकड़बाग, पटना डॉ. चन्द्रशेखर सिंह* द्वारा आज विद्यालय का निरीक्षण एवं प्रबंध समिति की बैठक की गई। उन्होंने कहा कि *विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण एवं उत्कृष्ट शिक्षा उपलब्ध कराना प्रशासन की सर्वाेच्च प्राथमिकता है।* उन्होंने प्रधानाध्यापक एवं शिक्षकों सहित सभी पदाधिकारियों को इसके लिए *तत्पर एवं प्रतिबद्ध* रहने का निदेश दिया।

गौरतलब है कि *बैठक में समिति के सदस्य के तौर पर विद्यार्थियों के अभिभावक भी उपस्थित थे।* डीएम डॉ. सिंह द्वारा अभिभावकों से फीडबैक लिया गया।

इस बैठक में एजेंडावार चर्चा की गई तथा *शैक्षणिक हित* में आवश्यक निर्णय लिया गया। भवन का निर्माण, उपस्करों एवं उपकरण का क्रय, प्रसाधनों का निर्माण, पेयजल की उपलब्धता, खेल सामग्री का क्रय सहित सभी बिन्दुओं पर विस्तृत विमर्श किया गया। *छात्रों की जरूरत एवं मांग के अनुरूप* समिति द्वारा निर्णय लिया गया।

बैठक की शुरूआत में जिला शिक्षा पदाधिकारी अमित कुमार द्वारा विद्यालय की शैक्षणिक स्थिति के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। इस विद्यालय की स्थापना 02 सितम्बर, 1987 को हुई थी। विद्यालय का अपना भूमि/भवन नहीं है। स्थापना काल से ही यह विद्यालय रघुनाथ प्रसाद बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय, कंकड़बाग के भवन में प्रातः कालीन (06.30 बजे से 10.45 बजे पूर्वाह्न तक) संचालित हो रहा है। डीईओ कुमार द्वारा बताया गया कि रघुनाथ प्रसाद बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय के परिसर में जगह उपलब्ध है।

डीएम डॉ. सिंह द्वारा परिसर का निरीक्षण किया गया तथा जिला शिक्षा पदाधिकारी को राजकीय उच्च विद्यालय, कंकड़बाग के लिए भूमि की उपलब्धता सुनिश्चित करने एवं भवन का निर्माण कराने हेतु विधिवत प्रस्ताव उपस्थापित करने का निदेश दिया। उन्होंने कहा कि आवश्यकतानुसार अनापत्ति प्रमाण-पत्र प्राप्त की जाए।

साथ ही डीएम डॉ. सिंह ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को जिला अंतर्गत सभी भूमिहीन/भवनहीन विद्यालयों की समीक्षा कर भूमि की उपलब्धता एवं भवन का निर्माण कराने हेतु नियमानुसार प्रस्ताव उपस्थापित करने का निदेश दिया। उन्होंने यह भी निदेश दिया कि प्रावधानों के आलोक में भूमिहीन/भवनहीन विद्यालयों को नजदीक के विद्यालय में मर्ज करने का प्रस्ताव उपस्थापित करें।

प्राचार्य कौशलेन्द्र पाण्डेय द्वारा बताया गया कि इस विद्यालय में सह-शिक्षा के तहत 9वीं एवं 10वीं कक्षा का संचालन किया जा रहा है। विद्यालय में नामांकित छात्र-छात्राओं की संख्या 207 है जिसमें 9वीं कक्षा में 118 तथा 10वीं कक्षा में 89 विद्यार्थी नामांकित है। कुल छः शिक्षक पदस्थापित हैं जिसमें एक पुरूष एवं पाँच महिला शिक्षक हैं। एक पुस्तकालयाध्यक्ष कार्यरत हैं। कुल कमरों की संख्या पाँच है। पेयजल हेतु एक बोरिंग एवं पानी टंकी है।

डीएम डॉ. सिंह ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को विद्यालय में गणित, संस्कृत एवं शारीरिक शिक्षक के पदस्थापन/प्रतिनियुक्ति हेतु विधिवत प्रस्ताव समर्पित करने का निदेश दिया। उन्होंने आवश्यकतानुसार वर्ग कक्षों, शिक्षक कक्षों, पुस्तकालय कक्ष एवं प्रयोगशाला कक्ष के लिए अंतरिम वैकल्पिक व्यवस्था सुनिश्चित करने का निदेश दिया।

डीएम डॉ. सिंह ने विकास कोष की राशि से वित्तीय नियमों का अनुपालन करते हुए दर, मानक एवं विशिष्टियों के अनुरूप 80 जोड़ी बेंच-डेस्क, आवश्यकतानुसार आलमारी एवं अन्य उपस्करों को क्रय करने का निदेश दिया। उन्होंने जिला शिक्षा पदाधिकारी को पुस्तकालय हेतु आवश्यक पुस्तक उपलब्ध कराने का निदेश दिया।

डीएम डॉ. सिंह ने स्वच्छ पेयजल हेतु वाटर फिल्टर, प्राथमिक चिकित्सा उपचार बॉक्स एवं अग्निशमन यंत्र की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निदेश दिया। उन्होंने विद्यार्थियों के लिए खेल सामग्रियों का क्रय करने का निदेश दिया।

डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि पटना जिला में 21 राजकीय माध्यमिक/उच्च माध्यमिक विद्यालय है। इसके प्रबंध समिति के अध्यक्ष जिलाधिकारी होते हैं। अबतक लगभग 15 राजकीय माध्यमिक/उच्च माध्यमिक विद्यालयों में प्रबंध समिति की बैठक हो चुकी है तथा शैक्षणिक गुणवत्ता सुनिश्चित करने एवं विद्यालयों में विकास गतिविधियों में तेजी लाने के लिए अपेक्षित कार्रवाई की गई है। आने वाले समय में सभी राजकीय माध्यमिक/उच्च माध्यमिक विद्यालयों के प्रबंध समिति की बैठक आयोजित कर विद्यार्थियों के लिए उत्कृष्ट शिक्षा सुनिश्चित करने की कार्रवाई की जाएगी। इसके अतिरिक्त जिला में 405 राजकीयकृत माध्यमिक/उच्च माध्यमिक विद्यालय है। इसके प्रबंध समिति के अध्यक्ष माननीय विधानमंडल सदस्य होते हैं।

डीएम डॉ. सिंह ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को निदेश दिया कि जिला के प्रत्येक राजकीयकृत उच्च विद्यालयों में शैक्षणिक गुणवत्ता सुनिश्चित करने, विकास कार्यक्रमों में तेजी लाने तथा आवश्यक एवं आकस्मिक प्रकृति के कार्यों को सुचारू रूप से सम्पन्न करने हेतु राजकीयकृत उच्च विद्यालयों के विद्यालय प्रबंध समिति का नियमित तौर पर बैठक आयोजित कराना सुनिश्चित करें। इसके लिए इन विद्यालयों के प्रधानाध्यापक, जो विद्यालय प्रबंध समिति के पदेन सदस्य-सचिव होते हैं, को आदेश निर्गत करें।

डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि विद्यार्थियों की शैक्षणिक आवश्यकता के अनुरूप सभी व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। उनके सर्वांगीण विकास के लिए उत्कृष्ट शैक्षणिक वातावरण का निर्माण करने के लिए प्रशासन सतत प्रयत्नशील है।

इस अवसर पर जिलाधिकारी के साथ जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (योजना एवं लेखा), नगर कार्यपालक पदाधिकारी, विद्यालय के प्राचार्य एवं विद्यालय प्रबंध समिति के अन्य सदस्य भी उपस्थित थे।