भारत में एक बार फिर कोरोना के मरीजो की संख्या बढ़ने लगी है. लगभग सभी राज्यों में कोरोना संक्रमितो के संख्या बढ़ने लगे हैं. जिसको देखते हुए सरकार और प्रशासन पूरी तरह कोरोना को रोकने के इंतजाम में जुटी हुई है. कोरोना जिसने इसी वर्ष मौत का ऐसा तांडव मचाया था जिससे मरने वालो की संख्या देख पूरा भारत सहम सा गया था. कोरोना से न जाने कितने परिवार उजड गए. ध्यान देने वाली बात है की कोरोना की तीसरी लहर का दौर शुरू हो गया है और लोगो को देखने से ऐसा लगता है जैसे लोगो ने कोरोना के मौत के तांडव को भुला दिया हो. लोग पुरानि गलतियों से सीखना नहीं चाहते. समाज में ऐसे लोग भी हैं जो मास्क पहने दिखेंगे. पर ऐसे लोगो की भी कमी नहीं है जो बिना मास्क के घूमते नजर आये. डाकबंगला चौराहे पर कई लोग ऐसे दिखें जो बिना मास्क के थे. जब उनसे मैंने जानना चाहा की आपने मास्क क्यों नहीं लगाया है. तो कुछ लोगो ने कहा अपना काम कीजिये कुछ लोगो ने अपनी गलती मानी और मास्क पहना. पर किसी के कहने पर ही क्यों आप मास्क पहनते हो. क्या आपको अपने परिवार की चिंता नहीं है? अगर नहीं तो फिर आपको अपने राज्य और देश की चिंता कहा से होगी. समाज के जिम्मेदार नागरिको को मेरा सलाम है जो राज्य और देश की मुश्किल की घडी में अपना योगदान दे रहे हैं. आज हम बात करने वाले हैं ओमिक्रोन के लक्षणों कि तो आइये देर न करते हुए हम शुरू करते हैं.
कोरोना के लक्षण
स्क्रेची थ्रोट – दक्षिण अफ्रीका के डॉक्टर, एंजेलिक कोएत्ज़ी के अनुसार, ओमिक्रॉन से संक्रमित रोगियों में गले में खराश के बजाय स्क्रेची थ्रोट जैसी समस्या देखने को मिल रहे है. वैसे तो यह दोनों स्थितियां एक हद तक समान हो सकती हैं, हालांकि स्क्रेची थ्रोट की समस्या अधिक दर्दनाक होती है.
थकान- पहले के वेरिएंट की तरह, ओमिक्रॉन से थकान या अत्यधिक थकावट हो सकती है. एक व्यक्ति थका हुआ महसूस कर सकता है, कम ऊर्जा का अनुभव कर सकता है और आराम करने की तीव्र इच्छा हो सकती है, जो रोजमर्रा की गतिविधियों को बाधित कर सकती है. हालांकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि थकान अन्य कारणों और स्वास्थ्य समस्याओं से भी उत्पन्न हो सकती है. अपनी स्थिति की पुष्टि करने के लिए डॉक्टर को जरूर दिखाएं.
हल्का बुखार- कोरोनावायरस की शुरुआत के बाद से हल्का से मध्यम बुखार कोविड19 के बताए गए लक्षणों में से एक है, लेकिन ओमिक्रॉन में बुखार माइल्ड रहता है और कई दिनों तक बना रह सकता है.
सूखी खांसी – साउथ अफ्रीका हेल्थ डिपार्टमेंट के अनुसार ओमिक्रॉन से पीड़ित लोगों को सूखी खांसी भी हो सकती है. यह लक्षण कोविड19 के लक्षणों में भी दिखाई दिया था. सूखी खांसी तब होती है जब आप आपका गला सूखता है या फिर आपके गले में इंफेक्शन होने की वजह से कुछ अटका हुआ-सा लगता है.
रात में पसीना आना- दक्षिण अफ्रीका के स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टर अनबेन पिल्ले के अनुसार, रात के समय पसीना आना भी इस बीमारी के लक्षण हैं. वहीं, रात को पसीना बहुत ज्यादा आता है. सबसे हैरानी की बात यह है कि इस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति अगर एसी चलाकर या ठंडी जगह पर सोता है, तो भी उसे पसीने आते हैं
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