
बिहार में इन दिनों सियासत गर्म है…शनिवार को सीएम नीतीश कुमार ने लोकसभा चुनाव के लिए नई टीम का ऐलान किया था…उसके एक दिन बाद ही बिहार सरकार में मंत्रालयों ने बड़ा फेरबदल हुआ है. आरजेडी नेता आलोक मेहता शिक्षा मंत्री बनाए गए हैं. इसके पहले वे भूमि सुधार व राजस्व मंत्री थे. वहीं शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर को गन्ना उद्योग विभाग का मंत्री बनाया गया है. के के पाठक को लेकर शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर लगातार विवादों में थे. गन्ना उद्योग विभाग आलोक मेहता के पास था. ललित यादव को भूमि सुधार एवं राजस्व मंत्री बनाया गया है. लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग भी पहले की तरह उनके पास रहेगा.
तीन मंत्रियों के विभागों को बदला गया
बिहार के तीन मंत्रियों के विभागों को बदला गया है. ये तीनों मंत्री आरजेडी कोटे के ही हैं. हाल ही में केके पाठक छुट्टी पर गए थे. इस दौरान शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने बयान दिया था कि उन्होंने केके पाठक ने इस्तीफा दे दिया है. उनके बयानों से माहौल गरमाया हुआ था.
नीतीश कुमार ही असली बॉस
अपर मुख्य सचिव केके पाठक छुट्टी पर से लौट आए गए हैं…और वे सीएम नीतीश का बेहद करीबी अधिकारी माने जाते है. अपने फैसलों की वजह से केके पाठक बिहार में सुर्खियों में रहते हैं.इससे एक बात साफ है कि नीतीश कुमार ही असली ‘बॉस’ हैं और सरकार में उन्हीं की चलेगी. शुक्रवार (19 जनवरी) को आरजेडी चीफ लालू यादव और उनके बेटे डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने सीएम आवास पर जाकर नीतीश कुमार से मुलाकात की थी. अगले दिन यानी 20 जनवरी को आरजेडी कोटे के मंत्रियों के विभाग को बदल दिया गया.
You must be logged in to post a comment.