पटना की सड़कों पर कचरा, मरा कुत्ता और सूअर, सफाईकर्मी हड़ताल वापस लेने की मांग ठुकराई

पटना नगर निगम कर्मियों की हड़ताल आज लगातार तीसरे दिन भी जारी है। इससे शहर की सफाई व्यवस्था पूरी तरह ठप हो गयी है। आपको बता दें कि कचरा उठाने के लिए कुछ गाड़ियां चलाई तो गयी, लेकिन घरों से कचरा उठाकर उसे बीच सड़क पर हीं फेंक दिया गया। बोरिंग रोड चौराहा, बोरिंग कैनाल रोड, एसके पुरी क्रॉसिंग, कंकड़बाग टेंपो स्टैंड जैसे मुख्य चौराहों और सड़कों पर भारी मात्रा में कूड़ा डाला गया। जिससे कहें तो पूरी राजधानी में दुर्गंध फैला हुआ है।

फोर्थ ग्रेड कर्मचारियों से काम नहीं लेने के फैसले का विरोध

नगर निगम कर्मचारी लगातार चतुर्थवर्गीय पदों पर दैनिक कर्मचारी से काम नहीं लेने के फैसले का विरोध कर रहे हैं। ये कर्मचारी मौर्यालोक कंप्लेक्स स्थित मौर्या टावर के पास प्रदर्शन कर रहे हैं। कर्मचारी सरकार से इस फैसले को वापस लेने की मांग कर रहे हैं। साथ हीं कर्मचारियों ने ये कहा कि अगर सरकार इस फैसले को वापस नहीं लेती है तो उनका आंदोलन जारी रहेगा। हड़ताली कर्मचारियों ने निगम मुख्यालय की दोनों सीढ़ियों पर मरा कुत्ता व सूअर टांगकर प्रदर्शन किया ।

कर्मियों को आउट सोर्सिंग में प्राथमिकता

विरोध को देखते हुए नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा ने कहा कि 31 मार्च तक किसी दैनिक कर्मचारी को निकाला नहीं जाएगा। इससे पहले आउटसोर्सिंग भी नहीं होगी। विभाग कर्मचारियों के समायोजन या अन्य विकल्प की तलाश करेगा। साथ हीं उन्होंने आश्वासन दिया कि कोई भी फैसला उनके हित को ध्यान में रखकर हीं लिया जाएगा। आगे विकास मंत्री ने कहा कि आउटसोर्सिंग कंपनी को इन्हें चयन में प्राथमिकता देनी होगी।

कर्मचारियों की नौकरी नहीं जाने दूंगी

पटना नगर निगम की मेयर सीता साहू ने कर्मचारियों को कहा कि किसी भी दैनिक मजदूर की सेवा खत्म नहीं होने देंगे। वे कर्मचारियों के साथ हैं। उन्होंने कहा कि सरकार अगर फैसला वापस नहीं लेती तो वे कानूनी लड़ाई लड़ेंगे। मेयर ने कहा कि लोकायुक्त के यहां उन्होंने एफिडेविट दिया है। साथ हीं हाईकोर्ट जाने की तैयारी भी कर रही हैं।