शराब… बिहार… और सियासी तकरार… DGP के बयान पर सरकार की हुई किरकिरी

बिहार में शराबबंदी विपक्ष के लिए ताकतवर मुद्दा बनता जा रहा है। प्रतिदिन अवैध शराब से जुड़ी खबरें सामने आने के बाद विपक्ष लगातार सरकार पर सवाल उठा रहा है। हाल ही में बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे के बयान कि ‘पुलिस की मिलीभगत से शराब का कारोबार चल रहा है’ पर सरकार की किरकिरी हो रही है। इस बयान को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सरकार पर हमला बोला है।

अपने डीजीपी को सुनिए नीतीश जी..

तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार से कहा है कि अगर बिहार में शराबबंदी की हकीकत समझनी है तो नीतीश कुमार को अपने ही डीजीपी का बयान सुनना चाहिए। तेजस्वी ने कहा है कि बिहार में शराबबंदी के बीच इसके कारोबार को लेकर एक समानांतर नेटवर्क खड़ा हो चुका है। आरोप लगाया है कि समानांतर नेटवर्क में पुलिस से लेकर प्रशासनिक अधिकारियों तक की मिलीभगत है और कारोबार फल-फूल रहा है।

तेजस्वी यादव ने कहा है कि बिहार में शराबबंदी की हकीकत को लेकर अब कहने को कुछ बचा नहीं है। जब राज्य के डीजीपी खुद इस बात को कबूल रहे हो कि बिहार में शराब का अवैध कारोबार कैसे पुलिस के संरक्षण में चल रहा है तो कहने को कुछ नहीं बचता। तेजस्वी ने कहा है कि बिहार में शराबबंदी नीतीश कुमार के लिए केवल प्रचार प्रसार का एक हथकंडा बनकर रह गया है और अब इसकी हकीकत लोगों के सामने आने लगी है।