
आत्मनिर्भर बिहार : अवसर और चुनौतियों को लेकर गुरूवार को यूजीसी महिला अध्ययन केन्द्र पटना विश्वविद्यालय के के विभागाध्यक्ष डॉ. सुनीता राय और परियोजना सहयोगी डॉ. राकेश रंजन के द्वारा वेबिनार का आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम मे मुख्य वक्ता के रुप में पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुरेश प्रभु थे। उन्होने जीविकोपार्जन एवं लघु उद्योग और इस महामारी से देष को आर्थिक एवं बेरोजगारी की समस्या से निजात पाने जैसे महत्वपूर्ण बिंदुओं पर प्रकाश डाला।
लोकल फॉर वोकल के लिए मजदूरों को कुशल बनाने की जरूरत
सुरेश प्रभु ने सरकार के आत्म निर्भर भारत के कार्यो को कितना समय में करना है एवं उसके लाभों को भी को बताया । लोकल को वोकल करने के लिए प्रवासी मजदूर को कुषल करना होगा । उन्होने विशेष कर यह कहा कि अगर हमे विकास करना है तो गा्रमीण स्तर से करना होगा जिससे विकास सबसे निचले स्तर से होगा तब फिर प्रखण्ड, अनुमण्डल एवं जिला का निरंतर विकास हो सकेगा ।
ग्रामीण मजदूरों को सप्लाई चेन से जोड़ने की जरूरत
इस कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए डॉ0 सुनीता राय ने चर्चा मे गॉव के स्तर कैसे ग्रामीण मजदूरों को एक ैनचचसल बींपद से जोड़ा जाए, जिसमे प्रधानमंत्री के द्वारा एक श्लोगन दिया गया लोकल मे भोकल एवं छमू ैजंतज.नच वि ठपींत पर चर्चा की । उन्होने लघु उद्योग एवं प्रवासी मजदूरों पर भी चर्चा की और प्रधानमंत्री के आत्म निर्भर भारत के स्वरुप का विश्लेषण किया ।
इस कार्यक्रम मे धन्यवाद ज्ञांपन के दौरान डॉ0 राकेश रंजन ने श्री सुरेश प्रभु का विशेष आभार प्रकट किया साथ ही आत्म निर्भर भारत, बिहार के प्रवासी मजदूरो के पुर्नवास एवं जिविका के नये साधन के उपायो पर प्रतिभागियो के द्वारा दिये गये सुझावो पर आभार प्रकट किया ।
इस कार्यक्रम मे पटना विश्वविद्यालय के पूर्व वीसी प्रो. रासबिहारी, कॉलेज ऑफ कॉमर्स आर्टस एंड साइंस के प्रिंसिपल तपन कुमार शाण्डिल्य, पटना लॉ कॉलेज के विभागाध्यक्ष डॉ सलीम जावेद, सहित सैकड़ो छात्र-छात्राओं ने सोशल मीडिया के जरिये इस कार्यक्रम में भाग लिया।
You must be logged in to post a comment.