LAC पर विवाद के बीच हर मोर्चे पर सतर्क है भारत, वायुसेना प्रमुख एयरबेस तो लद्दाख के दौरे पर थलसेनाध्यक्ष

लद्दाख में पेंगोंग झील इलाके में उस वक्त तनाव बढ़ गया था जब चीन ने झील के दक्षिणी तट में कुछ इलाकों पर कब्जा करने का असफल प्रयास किया जिसके बाद भारत ने संवेदनशील क्षेत्र में अतिरिक्त सैनिक एवं हथियार भेजे। इसके बाद केंद्र सरकार ने पबजी समेत 118 चीनी एप पर बैन कर दिया है.

सीमा विवाद को सुलझान के लिए ब्रिगेडियर स्तर की वार्ता

भारत-चीन के बीच जारी सीमा विवाद के बीच भारत हर मोर्चे पर सतर्क है। एक तरफ दोनों देश चुशुल में सीमा विवाद को सुलझान के लिए ब्रिगेडियर स्तर की वार्ता कर रहे हैं। वहीं सेना प्रमुख और वायु सेना प्रमुख सीमा पर हालात का जायजा ले रहे हैं। सेना प्रमुख मनोज मुकुंद नरवणे दो दिवसीय लद्दाख दौरे पर हैं तो दूसरी तरफ वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया ने बुधवार को पूर्वी सेक्टर में स्थित एयरबेस का दौरा किया।

वायुसेना प्रमुख ने जवानों से की बातचीत

भारतीय वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया ने बुधवार को पूर्वी सेक्टर में स्थित एयरबेस का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने परिचालन तैयारियों और वायुसेना की क्षमता की समीक्षा की। उन्होंने इन एयरबेस पर सेवारत जवानों से भी बातचीत की।

लद्दाख के दो दिवसीय दौरे पर सेना प्रमुख नरवणे

सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने गुरुवार को लद्दाख का दो दिवसीय दौरा शुरू किया। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि पेंगोंग झील के दक्षिणी तट के आस-पास यथास्थिति को बदलने के चीन के हालिया प्रयासों के मद्देनजर क्षेत्र में सुरक्षा स्थिति की व्यापक समीक्षा करने के मकसद से सेना प्रमुख का यह दौरा हो रहा है। एक सूत्र ने कहा, लद्दाख क्षेत्र में सामरिक तैयारियों की समीक्षा के लिए चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ लेह के दो दिवसीय दौरे पर हैं।

चुशुल में हो रही है ब्रिगेडियर स्तर की वार्ता

सीमा विवाद के बीच दोनों देशों की सेनाएं पूर्वी लद्दाख के चुशुल सेक्टर में ब्रिगेडियर स्तर की वार्ता कर रही हैं। इस बैठक का आयोजन खुले क्षेत्र में हो रहा है। भारतीय सेना के सूत्रों ने इसकी जानकारी दी है। बताया गया है कि ये बैठक आम तौर एक सैन्य हट में होने वाली सीमा कर्मियों की बैठक से उलट है।